देहरादून: उत्तराखंड में मंत्रियों की महंगी गाड़ियों की तमन्ना पर वित्त विभाग ने फिलहाल पानी फेर दिया है. दरअसल उत्तराखंड के मंत्रियों ने अपनी सुरक्षा का हवाला देते हुए नई गाड़ियों की खरीद की डिमांड की थी, जिसके लिए शासन में बाकायदा फाइल भी चल पड़ी थी, लेकिन वित्त विभाग ने मंत्रियों के इस मकसद पर वित्तीय आपत्तियां लगाकर पानी फेर दिया है.
विकास कार्यों को लेकर सत्ताधारी राजनेता भले ही आर्थिक कमजोर हालातों का रोना रोते हुए दिखाई देते हो, लेकिन जब बारी खुद की सुविधाओं को लेकर हो, तब यही राजनेता प्रदेश की इस वित्तीय परेशानियों को भूल जाते है. ताजा मामला मंत्रियों के लिए नई और लग्जरी गाड़ियों की खरीद से जुड़ा है. दरअसल परिवहन विभाग ने मंत्रियों के लिए नई गाड़ियों की खरीद का प्रस्ताव शासन में भेजा था, जिसे वित्त विभाग ने आपत्ति लगाकर नामंजूर कर दिया है.
ऐसे में अब नई गाड़ियों की तमन्ना पाले मंत्रियों की इच्छा पर परिवहन विभाग एक बार फिर इस प्रस्ताव को संशोधित कर दोबारा फाइल आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. इस मामले में परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने कहा कि उनकी गाड़ी भी पुरानी हो चुकी है और मंत्रियों की सुरक्षा बेहद जरूरी है. लिहाजा नई गाड़ियों की खरीद करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए विभाग इनोवा गाड़ियों की खरीद से जुड़ा प्रस्ताव दोबारा भेजेगा.