ऋषिकेश: शहर के रानीपोखरी के भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम सोसायटी के भीतर बने कब्रिस्तान को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने सोमवार को कब्रिस्तान का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने वहां की स्थिति को देखते हुए वहां मानव अंग तस्करी होने की आशंका जताई.
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दरअसल, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी चिल्ड्रन होम सोसायटी के स्कूल का निरीक्षण करने पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि कब्रिस्तान में जब किसी को दफनाया जाता है तो उसकी कब्र को सीमेंटेड किया जाता है. उनका कहना था कि उसके ऊपर क्रॉस बनाकर साथ में यह भी लिखा जाता है कि यह कब्र किस व्यक्ति की है और उनका देहांत कब हुआ था. लेकिन कब्रिस्तान के भीतर किसी भी कब्र के ऊपर न ही क्रॉस था न ही किसी कब्र के ऊपर मृत व्यक्ति का नाम.
ऊषा नेगी ने कहा कि कब्रिस्तान की स्थिति देखने के बाद उन्हें यह संदेह हो रहा है कि यहां से संभवत: मानव अंग तस्करी भी की जाती है. उन्होंने कहा कि कब्रिस्तान को लेकर पहले भी इस मामले की जांच करने के लिए उन्होंने कहा था और आज फिर इस मामले की जांच करने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आयोग इस मामले को गंभीरता से लेकर कब्रिस्तान की जांच जरूर करवाएगा.
वहीं ऋषिकेश तहसीलदार रेखा आर्य ने बताया कि अभिलेखों के आधार पर किसी भी तरह का कब्रिस्तान उनके रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, ऐसे में यह कब्रिस्तान अवैध है और उसको लेकर जल्द कुछ अधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा.