देहरादून: आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में केंद्रीय बजट 2020-21 पेश करेंगी. ऐसे में संसद में आम बजट के पेश होने से पहले ईटीवी भारत ने विशेषज्ञों और राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों और आम जनता से बजट को लेकर खास चर्चा की.
गौरतलब है कि आम बजट को उम्मीदों का बजट भी कहा जाता है. ऐसे में देश की गिरती अर्थव्यवस्था को देखते हुए आम बजट से इस बार आम जनता को खासा उम्मीद है. विशेषकर युवाओं की बात करें तो युवाओं की उम्मीद रोजगार के नए अवसरों से जुड़ी हुई है.
ईटीवी भारत से चर्चा के दौरान वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार ने बजट पर अपनी राय रखी. कहा कि जिस तरह से देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल रही है. उसे देखते हुए इस बार केंद्र की मोदी सरकार को बजट में कुछ ऐसे बिंदु रखने चाहिए ताकि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आए. उनके मुताबिक यदि अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले समय में स्थिति बद से बदतर हो सकती है. साथ ही साथ इससे आम जनता पर भी महंगाई की मार पड़ेगी.
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हालांकि, मौके पर मौजूद बीजेपी नेता शादाब शम्स चर्चा के दौरान केंद्र की मोदी सरकार की पीठ थपथपाते नजर आए. पूरी चर्चा के दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की कई योजनाओं का बखान किया. लेकिन वहीं दूसरी तरफ मौके पर मौजूद कांग्रेसी नेता मथुरा दत्त जोशी हर मामले पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरते दिखे. चाहे बात देश में बढ़ती बेरोजगारी की हो या फिर देश की बीते कुछ सालों में गिरती अर्थव्यवस्था की.
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वहीं चर्चा में मौजूद महिलाओं का बजट को लेकर साफ शब्दों में कहना था कि वह उम्मीद रखती हैं कि इस बार एक फरवरी को संसद में पेश होने वाले बजट में महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष बजट लाया जाना चाहिए. साथ ही साथ बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए भी कुछ विशेष विकल्प बजट में होने चाहिए.