देहरादून: 16 जून 2013 को आई विनाशकारी त्रासदी को 6 साल गुजर चुके हैं. इस त्रासदी से सतर्कता बरतते हुए जिला प्रशासन और SDRF टीम सहित चिकित्सकों ने चौराबाड़ी झील के जलस्तर का निरीक्षण किया. ये वही झील है, जिसका जलस्तर बढ़ने से 6 साल पहले केदारनाथ में तबाही आई थी और हजारों जिंदगियां लील गई थी.
मौसम विभाग ने आगामी 16 जून से उत्तराखंड के पर्वतीय मैदानी भागों में लगातार बारिश के आसार बताए हैं. इससे पहले विशेषज्ञों की टीम ने चौराबाड़ी झील का निरीक्षण किया. टीम का नेतृत्व कर रहे लीडर एसडीएम मनीष कुमार सिंह, पुलिस के सीओ मिथिलेश सिंह, एसडीआरएफ इंस्पेक्टर संजय उप्रेती और सिक्स सिग्मा के डॉक्टर सहित कुल 12 सदस्यों की टीम मौजूद रही. टीम ने 2013 में तबाही मचाने वाली चौराबाड़ी झील के जलस्तर का जायजा लिया. हालांकि, झील का जलस्तर पूरी तरह से सामान्य स्थिति में पाया गया, साथ ही अन्य खतरों पर स्थिति सामान्य पाई गई.
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निरीक्षण के बाद वापस लौटी टीम ने ईटीवी भारत से बातचीत की. कहा कि इस बार झील का जलस्तर पहले से काफी बेहतर स्थिति में है. साथ ही झील में ग्लेशियर से आने वाला पानी निरंतर अपनी मुख्यधारा से प्राकृतिक रास्ते पर बह रहा है. झील से होने वाले हर तरह के खतरे को निरीक्षण में सुरक्षित पाया गया. वहीं, मॉनसून मौसम के पूर्वानुमान को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग सहित सभी तरह के संबंधित राहत बचाव टीम तैयारियों के साथ अलर्ट मोड पर तैनात हैं.