देहरादून: उत्तराखंड की नई विधानसभा का गठन हो गया है. विधानसभा में 21 मार्च को 69 विधायकों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है. इस मौके पर गंगोलीहाट सीट से बीजेपी विधायक फकीर राम टम्टा (MLA Fakir Ram Tamta) ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है. फकीर राम टम्टा विधायक बनने से पहले कारपेंटर हुआ करते थे. लेकिन अब गंगोलीहाट की जनता ने उन्हें विजयी बनाकर विधानसभा भेजा है. इस मौके पर उन्होंने ईटीवी भारत से खात बातचीत की.
फकीर राम टम्टा ने ईटीवी भारत से कहा कि वह जैसे हैं, वैसे ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि उनका जो पुराना काम है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि फिलहाल उनकी प्राथमिकता क्षेत्र के विकास वहां से हो रहे पलायन और बेरोजगारी को लेकर है.
उन्होंने अपना जीवन किन-किन परिस्थितियों में गुजारा है. यह वो अच्छी तरह से जानते हैं. पहाड़ के लोग कितनी कठिनाइयों से गुजर रहे हैं. फकीर राम टम्टा ने कहा कि उन्होंने साल 2014 में सक्रिय राजनीति में यह सोचकर कि कदम रखा था कि अपने क्षेत्र और पहाड़ों के लिए कुछ करना है.
पढें- उत्तराखंड के सबसे युवा विधायक सुरेश गड़िया का इंटरव्यू, बोले- पहाड़ की राजनीति आसान नहीं
फकीर राम टम्टा ने कहा कि अगर उनके बच्चे पंचर बनाने का काम करते हैं, जो इसमें बुराई क्या है? ऐसा नहीं है कि अगर वह विधायक बन गए हैं तो उनके बच्चे इस काम को छोड़ देंगे. वह इस काम को आगे भी जारी रखेंगे. फकीर राम टम्टा ने कहा के विधायक बनने के बाद भी उनकी दिनचर्या और रहन-सहन में कोई बदलाव नहीं देख पाएंगे, यह मैंने जनता से वादा किया है.
बता दें, विधायक फकीर राम टम्टा का बड़ा बेटा आज भी गाड़ियों में पंचर लगाने का काम करता है, जबकि उनका छोटा बेटा वीरेंद्र राम फर्नीचर का काम करता है. फकीर राम के दो बेटे और दो बेटियां हैं. फकीर राम टम्टा ने गंगोली हाट सीट से 9 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की है.