देहरादून: राजधानी में प्रशासन के नाक के नीचे अवैध शराब का गोरखधंधा चल रहा है. जिसके कारण आबकारी विभाग ने सरकारी गोदाम के पास से ही अवैध शराब और नकली हॉलमार्क को बरामद किये हैं. वहीं, इस मामले में अधिकारियों की संलिप्तता समाने आ रही है. ऐसे में दोषियों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है.
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बता दें कि विभाग में चल रहे गड़बड़ झाले के बीच आबकारी विभाग ने मुख्यालय स्तर पर छापेमारी की है. इस दौरान छापेमारी में विभागीय टीम को सैकड़ों पेटी अवैध शराब और नकली हॉलमार्क बरामद हुए हैं. जिसके बाद शासन द्वारा भी इसका संज्ञान लिया गया है और मामले की रिपोर्ट भी तलब की गई है.
दरअसल, इस छापेमारी से 48 घंटे पहले ही जिले की आबकारी टीम ने छापेमारी की थी. लेकिन बावजूद इसके 48 घंटे बाद भी इतनी बड़ी तादाद में अवैध शराब मिलने से मामला गरमा गया है. ऐसे में अब प्रमुख सचिव आबकारी विभाग ने इस छापेमारी की जांच रिपोर्ट मांगी है. जानकारी के अनुसार, इस मामले में आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है. ऐसे में रिपोर्ट के आधार पर विभागीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है.
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इस पूरे मामले में प्रमुख सचिव आनंद वर्धन का कहना है कि जिला स्तर पर आबकारी विभाग ने अवैध शराब को लेकर छापेमारी की थी. व ऐसे में शासन के पास मामले की रिपोर्ट आने के बाद ही एक्शन लिया जाएगा. बहरहाल, आबकारी विभाग में अवैध शराब को लेकर जिला स्तर पर की गई छापेमारी के बाद भी मुख्यालय स्तर पर की गई छापेमारी में अवैध शराब पकड़े जाने के बाद शक की सुई विभाग के अधिकारियों पर घूमने लगी है. ऐसे में देखना होगा कि शासन के पास रिपोर्ट जाने के बाद इस मामले में क्या एक्शन लिया जाता है.