देहरादून: उत्तराखंड में ऊर्जा कर्मचारी एक बार फिर हड़ताल की राह पकड़ने लगे हैं. ऊर्जा कर्मचारियों की नाराजगी सरकार की उस वादाखिलाफी से जो एक महीने पहले ही सरकार के प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों से हड़ताल स्थगित करने के लिए की थी.
उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी विद्युत संगठन के बैनर तले 14 सूत्रीय मांगों को लेकर ऊर्जा कर्मचारियों ने एक बार फिर हल्ला बोल दिया है. कर्मचारियों ने फिलहाल प्रदर्शन के जरिए सरकार का विरोध करने का फैसला किया है, लेकिन आने वाले दिनों में यह विरोध हड़ताल तक भी पहुंच सकता है.
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इससे पहले प्रबंध निदेशक और ऊर्जा मंत्री तक भी कर्मचारी संगठन से बातचीत कर उनकी मांगों को लेकर आश्वासन दे चुके हैं. कर्मचारियों की मांगों के फिलहाल पूरा होने की संभावनाएं कम ही दिखाई दे रही हैं. लिहाजा कर्मचारियों ने अब विरोध प्रदर्शन के लिए अपना कार्यक्रम तय कर लिया है. कर्मचारियों की तरफ से सभी सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों को मांग पत्र देने का कार्यक्रम तय किया गया है.
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इसके अलावा 28 अगस्त को कर्मचारियों ने वादा निभाओ दिवस मनाने का फैसला लिया है. इस तरह यह तय है कि कर्मचारी अब आने वाले दिनों में मांगें पूरी ना होने के चलते विरोध कर सकते हैं. दरअसल, सरकार ने एक महीने में कर्मचारियों की मांगों पर कुछ निर्णय लेने की बात कही थी. मगर एक महीना पूरा होने पर भी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है. जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है. जिसके कारण अब कर्मी बार फिर आंदोलन करने का मन बना चुके हैं.