देहरादून: बैंकों के बड़े पैमाने पर किए जा रहे विलय के खिलाफ शुक्रवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन से जुड़े सैकड़ों बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एश्ले हॉल चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने प्रदर्शन किया.
उत्तरांचल बैंक एम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री जगमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि सरकार के इस कदम को किसी भी प्रकार से उचित नहीं ठहराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि देश भर में केवल बड़े पूंजीपतियों के हितों को देखते हुए सरकार ऐसे निर्णय ले रही है. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में बैंक ऑफ बड़ौदा के विलय की प्रक्रिया पूरी भी नहीं हुई थी कि सैकड़ों की संख्या में लोगों को बैंक से त्यागपत्र देना पड़ा था, कई शाखाएं बंद करनी पड़ी थी.
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मेंहदीरत्ता ने कहा कि अब एक बार फिर इन बैंकों के मर्जर होने से बड़ी संख्या में छटनी होगी और लोगों को त्यागपत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि देश के अन्य क्षेत्रों की तरह सरकार बैंक वालों का भी रोजगार छीनने में लगी हुई है, लोगों के पदोन्नति के अवसर समाप्त किए जा रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने लोगों से वायदा किया था कि वह नौजवानों को रोजगार देगी परंतु सरकार की नीतियों की वजह से हर क्षेत्र में मंदी का दौर चल रहा है. सरकार इन सब समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए देशवासियों का ध्यान दूसरी तरफ डाइवर्ट करने में लगी हुई है.
सरकार के इस फैसले के खिलाफ यूनियन से जुड़े सैकड़ों बैंक कर्मियों ने काले फीते बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया.