ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है. अपने उत्पीड़न से परेशान होकर कर्मचारियों ने अपने ही विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है. धरना प्रदर्शन करते हुए विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया है. कर्मचारियों ने अपने आप को उपनल (उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड) में समायोजित करने और कई महीनों से जमा नहीं हुए पीएफ फंड को जमा करने की मांग की है.
मंगलवार को राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गौहरी रेंज में उपनल कर्मचारियों ने अपने ही विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कई महीनों से उनकी तनख्वाह से काटे जाने वाला पीएफ फंड उनके खाते में जमा नहीं किया जा रहा है. यही नहीं वन मंत्री के निर्देश के बावजूद राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक उन्हें उपनल में समायोजित करने के प्लान पर भी काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे में कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है. मजबूरी में कर्मचारियों ने विभाग के खिलाफ आंदोलन की राह चुनी है.
कर्मचारियों का साफ कहना है कि यदि जल्दी ही उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो उनका धरना प्रदर्शन विभाग के खिलाफ और उग्र किया जाएगा, जिसके जिम्मेदारी विभाग के निदेशक की होगी. राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों की मांग को सुनने क्षेत्रीय पंचायत सदस्य आरती गौड़ शाम को पहुंची. उन्होंने आउटसोर्स कर्मचारियों से लगभग डेढ़ घंटे तक वार्ता की और कर्मचारियों की समस्याओं को सुना.
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इस दौरान आरती गौड़ ने वन मंत्री हरक सिंह रावत को फोन पर मामले की पूरी जानकारी देकर अवगत कराया. आरती गौड़ ने बताया कि वन मंत्री ने 10 नवंबर को कर्मचारियों से वार्ता का समय दिया है. आश्वासन भी मिला है कि कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. उनकी जो भी मांग है उसे पूरा किया जाएगा. बताया कि मामले में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक से भी उन्होंने फोन पर बात की है. निदेशक ने भी सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया है.