ETV Bharat / state

परेड ग्राउंड में गरजे 108 आपातकालीन कर्मचारी, बोले- कंपनी के फैसले से खड़ा हो गया रोजी-रोटी का संकट

उत्तराखंड राज्य में संचालित 108 आपातकालीन सेवा और खुशियों की सवारी सेवा में कार्यरत फील्ड कर्मचारी राज्य में आपातकालीन सेवाओं का संचालन कर रहे हैं. जीवीके ईएमआरआई द्वारा 30 अप्रैल 2019 के बाद संविदा समाप्ति के नोटिस जारी कर दिए गए. इसके कारण सभी कर्मियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया.

author img

By

Published : Apr 24, 2019, 10:02 PM IST

परेड ग्राउंड में गरजे 108 आपातकालीन कर्मचारी.

देहरादून: 108 आपातकालीन सेवा में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों ने वेतनमान और समायोजन की मांग को लेकर परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, मांगे न माने जाने के विरोध में कर्मियों ने उत्तराखंड 108 और केकेएस फील्ड कर्मचारी संघ के बैनर तले सचिवालय कूच करने का प्लान बनाया था, लेकिन प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण सभी कर्मियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया.

फील्ड कर्मचारियों ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में संचालित 108 आपातकालीन सेवा और खुशियों की सवारी सेवा में कार्यरत फील्ड कर्मचारी राज्य में आपातकालीन सेवाओं का संचालन कर रहे हैं. जीवीके ईएमआरआई द्वारा 30 अप्रैल 2019 के बाद संविदा समाप्ति के नोटिस जारी कर दिए गए.

परेड ग्राउंड में गरजे 108 आपातकालीन कर्मचारी.

कंपनी प्रबंधन द्वारा पत्र में कर्मचारियों को बताया गया कि उत्तराखंड सरकार के साथ हुए करार के अनुसार, 30 अप्रैल तक सभी कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं. जिससे कर्मचारियों के आगे बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया है. कर्मचारियों ने मांग करते हुए फील्ड कर्मचारियों को लोकेशन और वेतन भत्तों के साथ समायोजन की बात कही है.

कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें आपातकालीन सेवा में कार्य करते हुए 11 वर्ष बीत चुका है. ऐसे में 30 अप्रैल के बाद आपातकालीन सेवा का संचालन करने वाली कंपनी उनके भविष्य को देखते हुए वर्तमान वेतनमान सहित उन्हें सेवाओं में सम्मिलित करे.

देहरादून: 108 आपातकालीन सेवा में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों ने वेतनमान और समायोजन की मांग को लेकर परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, मांगे न माने जाने के विरोध में कर्मियों ने उत्तराखंड 108 और केकेएस फील्ड कर्मचारी संघ के बैनर तले सचिवालय कूच करने का प्लान बनाया था, लेकिन प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण सभी कर्मियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया.

फील्ड कर्मचारियों ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में संचालित 108 आपातकालीन सेवा और खुशियों की सवारी सेवा में कार्यरत फील्ड कर्मचारी राज्य में आपातकालीन सेवाओं का संचालन कर रहे हैं. जीवीके ईएमआरआई द्वारा 30 अप्रैल 2019 के बाद संविदा समाप्ति के नोटिस जारी कर दिए गए.

परेड ग्राउंड में गरजे 108 आपातकालीन कर्मचारी.

कंपनी प्रबंधन द्वारा पत्र में कर्मचारियों को बताया गया कि उत्तराखंड सरकार के साथ हुए करार के अनुसार, 30 अप्रैल तक सभी कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं. जिससे कर्मचारियों के आगे बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया है. कर्मचारियों ने मांग करते हुए फील्ड कर्मचारियों को लोकेशन और वेतन भत्तों के साथ समायोजन की बात कही है.

कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें आपातकालीन सेवा में कार्य करते हुए 11 वर्ष बीत चुका है. ऐसे में 30 अप्रैल के बाद आपातकालीन सेवा का संचालन करने वाली कंपनी उनके भविष्य को देखते हुए वर्तमान वेतनमान सहित उन्हें सेवाओं में सम्मिलित करे.

Intro:108 आपातकालीन सेवाओं वह खुशियों की सवारी सेवाओं में कार्यरत फिर कर्मचारियों को भविष्य में आपातकालीन सेवाओं का संचालन करने वाली संस्था में वेतनमान व समायोजित करने की मांग को लेकर सैकड़ों जीवीके ईएमआरआई के सैकड़ों कर्मियों ने परेड ग्राउंड में धरना दिया। हालांकि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मांगे ना माने जाने के विरोध में कर्मियों को उत्तराखंड 108 एवं केकेएस फील्ड कर्मचारी संघ के बैनर तले सचिवालय कूच करना था लेकिन प्रशासन से अनुमति ना मिलने के कारण सभी कर्मियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया और सभा का आयोजन किया।


Body: वहीं फील्ड कर्मचारियों का कहना है कि उत्तराखंड राज्य में संचालित 108 आपातकालीन सेवा व खुशियों की सवारी सेवा में कार्यरत फील्ड कर्मचारियों को राज्य में आपातकालीन सेवाओं का संचालन कर रही जीवीके इएमआरआई द्वारा 30 अप्रैल 2019 के उपरांत संविदा समाप्ति के नोटिस जारी किए हैं, कंपनी प्रबंधन द्वारा पत्र में कर्मचारियों को कहा गया है कि उत्तराखंड सरकार के साथ हुए करार के अनुसार 30 अप्रैल तक सभी कर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा रही है जिस कारण उनके सामने बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया है। कर्मचारियों ने मांग करी की जो भी संस्था आपातकालीन सेवाओं का संचालन करेंगे उस संस्था में सभी फील्ड कर्मचारियों को लोकेशन व वेतन भत्तों के साथ समायोजित किया जाए, जिससे इन कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न ना हो, कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें आपातकालीन सेवा में कार्य करते हुए 11 वर्षों का समय बीत चुका है ऐसे में 30 अप्रैल के बाद आपातकालीन सेवा का संचालन करने वाली कंपनी उनके भविष्य को देखते हुए वर्तमान वेतनमान सहित उन्हें सेवाओं मे सम्मिलित करते हुए सभी कर्मचारियों का समायोजन करे।
बाईट-नीरज कुमार शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष,108 कर्मचारी महासंघ
बाईट-रमेश डंगवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी,


Conclusion: गौरतलब है कि जीवनदायिनी 108 संचालित कर रही जीवीके इएमआरआई का कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त होने जा रहा है उसके बाद आपातकालीन सेवा का संचालन कैंप कंपनी करने जा रही है वहीं सीएमओ कार्यालय द्वारा 108 वाहनों की टेकन ओवर हैंड ओवर की प्रक्रिया चल रही है, दूसरी ओर उत्तराखंड 108 एवं के केस फील्ड कर्मचारी संघ से जुड़े करीब 800 कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है, ऐसे में कर्मियों ने मांग करी है कि नई कंपनी वर्तमान वेतनमान सहित सभी कर्मियों को समायोजित करने का काम करें
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.