देहरादून: लोकसभा चुनाव-2019 में प्रथण चरण का चुनाव प्रचार आज (9 अप्रैल) शाम को 5 बजे के बाद थम जाएगा. इसके बाद प्रत्याशी जनसभा और लाउडस्पीकर के जरिये प्रचार नहीं कर पाएंगे. आखिरी दिन प्रत्याशियों ने चुनाव-प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है.
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उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है. ऐसे में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी प्रत्याशियों व उनके प्रचारकों द्वारा 9 अप्रैल की शाम 5 बजे तक ही चुनाव प्रचार किया जाएगा. इस अवधि के बाद चुनाव प्रचार करने पर उसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित प्रत्याशी व उसके प्रचारकों के विरुद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी. निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत मतदान तिथि में मतदान की समाप्ति के समय से 48 घंटे पूर्व प्रचार-प्रसार नहीं किया जा सकता. इसके चलते मंगलवार शाम तक ही प्रचार होगा.
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भारत-नेपाल सीमा सील
11 अप्रैल के मतदान के मद्देनजर उत्तराखंड से लगी हुई भारत-नेपाल सीमा भी मंगवालर शाम 5 सील कर दी जाएगी. इसके अवाला पिथौरागढ़ जिले में दोनों देशों को जोड़ने वाले झूला पुलों पर भी आवाजाही की रोक है. ये सीमा 72 घंटे पहले ही सील कर दी गई थी. अब मतदान के बाद 13 अप्रैल को ही ये सीमा आवाजाही के लिए खुलेगी.
अंतरराज्यीय बार्डर पर बढ़ाई गई चौकसी
उत्तराखंड से लगे हुए अंतरराज्यीय यूपी और हिमाचल के बार्डर पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. शाम 5 बजे के बाद आवाजाही के लिए सिर्फ मुख्य मार्गों की खोला जाएगा. इसके अलावा अन्य सभी मार्गों को सील कर दिया जाएगा.
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पोलिंग पार्टियां रवाना
मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. मतदान से तीन दिन पहले ही सोमवार को पोलिंग पार्टियां पिथौरागढ़ जिले के दूरस्थ पोलिंग बूथों के लिये रवाना हो गयी थीं. देहरादून के दुरस्थ क्षेत्रों के लिए आज कई पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी.