देहरादून: चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस दुनियाभर में जमकर कहर बरपा रहा है. उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसने सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी है. शुक्रवार को कई मामले में सामने आए हैं. जबकि, कई लोगों की मौत हुई है. जिसके तहत एम्स ऋषिकेश में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है. वहीं, देहरादून में 3 लोगों ने जान गंवाई है.
एम्स ऋषिकेश में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत
एम्स ऋषिकेश में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है. मरीजों में 2 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं. जिसमें से 2 लोग बिजनौर और 3 हरिद्वार के रहने वाले थे. एक साथ 5 लोगों की मौत से एम्स प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
दून अस्पताल में 3 कोरोना मरीजों की मौत
कोविड डेडिकेटेड दून अस्पताल में शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित 3 मरीजों की मौत हो गई है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक तीनों मरीजों को कोरोना के अलावा अन्य कई गंभीर बीमारियां थी. जिन तीन मरीजों की मौत हुई हैं, उसमें हरिद्वार की 62 वर्षीय महिला और 73 वर्षीय पुरूष शामिल हैं. जबकि, देहरादून के सुद्दोवाला की रहने वाली 56 वर्षीय महिला की मौत हुई है.
ये भी पढ़ेंः कोरोना से हाहाकार जारी, लक्सर में कोरोना पीड़ित महिला की मौत
पौड़ी में मिले 19 कोरोना पॉजिटिव
पौड़ी जिले के अलग-अलग जगहों पर 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें 5 लोग कोटद्वार, 11 लोग यमकेश्वर और एक-एक लोग पोखड़ा एकेश्वर में पाए गए हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित करने में जुट गई है.
सुशीला तिवारी अस्पताल में 3 कोरोना मरीजों की मौत
कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े में लगातार इजाफा हो रहा है. पूरे प्रदेश में कोरोना से अभी तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, सुशीला तिवारी अस्पताल में अभी तक 38 पॉजिटिव मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है. शुक्रवार को सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान 3 और कोरोना पॉजिटिव महिला मरीजों की मौत हुई है.
शीशमझाड़ी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने पर DM मंगेश ने संभाली कमान
शीशम झाड़ी क्षेत्र में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने नगर पालिका मुनि की रेती के सभागार में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के साथ संबंधित विभागों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कोरोना को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए. बता दें कि शीशमझाड़ी क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मरीजों का मिलना लगातार जारी है. अभी तक 43 लोगों में संक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में आज मिले 278 कोरोना पॉजिटिव मरीज, अब तक 112 की मौत
देहरादून नगर निगम में ₹5 का सिक्का डालकर निकालें मास्क
कोरोना के बढ़ते मामलों और नगर निगम में तैनात कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद निगम ने नई पहल शुरू की है. जिसके तहत नगर निगम में मास्क मशीन लगाई गई है. अब कोई भी नगर निगम में बिना मास्क के आता है तो वो इस मास्क मशीन के जरिए 5 रुपये का सिक्का डालकर मास्क प्राप्त कर सकता है. वहीं, शहर के सार्वजनिक स्थानों पर बने स्मार्ट शौचालय के पास यह ट्रायल मशीन लगाई जाएगी. जिसमें आम जनता 5 रुपये के सिक्के से इस मशीन से मास्क प्राप्त कर सकेंगे.
पुरोलाः होम क्वारंटाइन का पालन नहीं करने पर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मोरी ब्लॉक के एक गांव के एक युवक को होम क्वारंटाइन का पालन न करना महंगा पड़ गया. मामले में कोविड मजिस्ट्रेट ने थाना मोरी में युवक के खिलाफ आपदा/महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. युवक की रिपोर्ट बीते दिनों ही पॉजिटिव आई है. इतना ही नहीं युवक कमलेश्वर मंदिर समेत कई स्थानों पर भ्रमण भी कर चुका है. कमलेश्वर मंदिर में युवक के संपर्क में आए 13 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है. युवक जेपी कंस्ट्रक्शन कंपनी मोरी में ड्राइवर का कार्य करता था. वो बीते 20 जुलाई को अपने घर आया था.
ये भी पढ़ेंः अगले सप्ताह आ जाएगी कोरोना की पहली वैक्सीन, रूस का दावा
रुद्रप्रयाग में मिले 4 कोरोना संक्रमित
रुद्रप्रयाग जिले में बीते दो हफ्ते से लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. चार नए मामले और आने से अब सक्रिय मामले 23 हो गए हैं, जबकि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 92 पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी को आइसोलेशन में शिफ्ट कर दिया गया है.
चंपावत में ड्रोन कैमरों से कंटेनमेंट जोन पर रखी जाएही नजर
चंपावत जिले के सीमांत क्षेत्र टनकपुर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जिस कारण नए कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. टनकपुर में इमलीपड़ाव वार्ड और मनिहारगोठ को कंटेनमेंट जोन बनाया गया. जहां नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस की तैनाती की गई है. वहीं, जिलाधिकारी सुरेंद्र नारायण पांडेय ने ड्रोन से भी कंटेनमेंट जोन पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
कोटद्वार में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर कोविड केयर सेंटर का विस्तार
कोटद्वार नगर में बीते दिनों बढ़े कोरोना संक्रमण मरीजों ने स्थानीय प्रशासन की नींद उड़ा दी है. प्रशासन ने आनन-फानन में कोविड-19 केयर सेंटरों का विस्तार किया है. जिन स्थानों पर कोरोना संक्रमण मरीजों पाए जा रहे हैं. उन स्थानों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर सील किया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन ने वर्तमान में तीन कोविड केयर सेंटर का विस्तार किया है. इसमें आईएचएम कॉलेज बीईएल रोड कोटद्वार, भगवंत ग्लोबल कॉलेज उत्तरी झंडीचौड़ को रिजर्व में रखा गया है. दोनों कॉलेजों में ढाई सौ मरीजों रखा जा सकता है तो वहीं, सिडकुल सिगड्डी के कम्युनिटी सेंटर जो कि 90 मरीजों की क्षमता का है.
ये भी पढ़ेंः कोरोनिल दवा निर्माण मामले में बाबा रामदेव को HC से मिली राहत, याचिकाकर्ता पर लगा जुर्माना
सुशीला तिवारी अस्पताल को लेकर सियासत तेज
अपनी लापरवाही के लिए सुर्खियों में रहे सुशीला तिवारी अस्पताल पर एक बार फिर से कोरोनावायरस स्पेशल अस्पताल बनने के बाद भी सुर्खियों में आ गया है. हालत इतने बदतर हो चुके हैं कि सुशीला तिवारी अस्पताल की व्यवस्था पर सियासत भी शुरू होने लगी है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बलुटिया का कहना है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों के साथ न सिर्फ लापरवाही भरा बर्ताव हो रहा है, बल्कि एक दिन पहले संदिग्ध रूप में अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई. महज मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश पर पूरे मामले की खानापूर्ति किया जा रहा है.
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने कोरोना मरीज के मौत मामले में राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष देशबंधु रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने हल्द्वानी में अस्पताल के शौचालय में कोरोना मरीज के मौते की जांच कराने और अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग की है. साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिलवाने को लेकर उप जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा.
श्रीनगर और कर्णप्रयाग से रुद्रप्रयाग पहुंचकर काम करने वाले कार्मिकों पर रोक
रुद्रप्रयाग में सभी अधिकारी और कर्मचारी को अपने अवकाश के बाद कार्यालय आने से पहले कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट देनी होगी. कोरोनो के बढ़ते हुए मामलों को देखते किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी. श्रीनगर, कर्णप्रयाग समेत अन्य स्थानों से रोजाना आवाजाही करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों पर रोक लगा दी गई है. ऐसे में अब अधिकारी और कर्मचारी को हरहाल में मुख्यालय में ही रहकर कार्य करना होगा.
2 प्राइवेट लैब में मिलेगी कोरोना टेस्टिंग की सुविधा
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. सरकारी लैब में कोरोना की टेस्टिंग की सीमा सीमित है. जिससे काफी टेस्टिंग लंबित पड़ी हुई है. जिसे देखते हुए स्वास्थ्य निदेशक डॉ. भारती राणा ने बताया कि सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया है कि वो अपने जिले में 2 प्राइवेट लैब की मदद से कोरोना की टेस्टिंग करवा सकते हैं. ऐसे में कम समय में ज्यादा रिपोर्ट मिल सकेगी. जिसका भुगतान भी शासन स्तर से करवाया जाएगा.