देहरादून: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से भगवान की सेवा करने वाले पुजारियों को भी आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. इस वैश्विक महामारी में घरों और दुकानों में पूजा करके और यज्ञ, अनुष्ठान, भागवत, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश या अन्य कर्मकांड करने वाले पंडितों का जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है.
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर लगाए गए कोरोना कर्फ्यू का असर पंडितों की दिनचर्या को भी प्रभावित कर रहा है. ऐसे में उनको जीवन यापन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना कर्फ्यू के कारण पूजा पाठ से मिलने वाली दक्षिणा से घर परिवार चलाने वाले पंडितों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
श्रीदेव सुमन नगर में शिव मंदिर के पुजारी आचार्य सुनील शास्त्री का कहना है कि कोई मंदिर नहीं आ रहा है, तो दक्षिणा भी नहीं मिल रही है, ना कोई चढ़ावा चढ़ा रहा है. इसके अलावा एक दूसरे के संपर्क में ना होने के कारण वैदिक अनुष्ठान नहीं हो पा रहे हैं.
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आचार्य सुनील बर्थवाल का कहना है कि बाकी अन्य काम ऑनलाइन हो सकते हैं, लेकिन यह कार्य ऑनलाइन नहीं किए जा सकते हैं. उन्होंने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि शीघ्र ही इस महामारी से लोगों को निजात मिले. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार का माहौल है, उस माहौल को देखते हुए किसी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है.