देहरादून: बीते वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान यात्री शिकायतें करते रहे कि खाने की क्वालिटी और मनमाने रेट से वो परेशान हैं. लेकर इस बार खाद्य विभाग ऐसी शिकायतों को दूर करने में जुट गया है, जिससे प्रदेश की छवि को बिगड़ने से बचाया जा सके. साथ ही खाद्य पदार्थों की जांच के लिए मोबाइल वैन भी यात्रा रूटों पर चलाई जाएंगी.
प्रदेश में चारधाम की यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हो रही है. हालांकि, सरकारी तंत्र चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. वहीं, खाद्य विभाग भी खाद्य सुरक्षा को लेकर अपनी रणनीतियां तैयार करने में जुट गया है. दरअसल, चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश और विदेश से भी श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. लेकिन कई बार खाद्य पदार्थों की क्वालिटी समेत कई मामले सामने आते रहे हैं. जिससे उत्तराखंड की छवि कहीं ना कहीं धूमिल होती है. ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान खाद्य विभाग रणनीति बनाकर कार्य करेगा. दरअसल, चारधाम यात्रा में पिछले सीजन के दौरान तमाम तरह की शिकायतें पर्यटक करते रहे थे.
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यही नहीं, श्रद्धालुओं की ओर से आने वाली शिकायतों के अनुसार यात्रा के दौरान ना सिर्फ खाना महंगा बेचा जा रहा था, बल्कि एक्सपायरी डेट के साथ खाने की क्वालिटी भी अच्छी नहीं रही थी. इसको देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी पिछले सालों की तर्ज पर इस साल भी चारधाम यात्रा रूटों पर एफएसओ की तैनाती करने जा रहे हैं. ये लोग खाने की गुणवत्ता को जांचेंगे. ताकि चारधाम यात्रा पर देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु प्रदेश से गलत संदेश लेकर न जाएं.
वहीं, खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी में बताया कि चारधाम यात्रा में खाद्य सुरक्षा के लिए विभाग के अधिकारी पूरी तरह से मुस्तैद रहेंगे. लिहाजा, चारधाम यात्रा रूटों पर फूड सेफ्टी अधिकारियों की तैनाती की जाएगी, जो अपने क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा पर ध्यान देंगे. साथ ही खाद्य पदार्थों की जांच के लिए जांच मोबाइल वैन भी यात्रा रूटों पर चलाई जाएगी. ताकि मौके पर ही खाद्य पदार्थों का सैंपल लेकर जांच की जा सकें. इसके साथ ही फूड सेफ्टी को लेकर दुकानदारों को जागरूक भी किया जाएगा.