मसूरीः लॉकडाउन के बाद सबसे बुरा हाल मजदूरों का है. लॉकडाउन के कारण सभी दुकानों के साथ निर्माण कार्य बंद हो गए. ऐसे में प्रवासी मजदूर घर जाने को बेताब हैं. मसूरी में शराब के ठेके के बाहर शराब पीकर एक मजदूर पुलिसकर्मियों के सामने हाथ जोड़ता नजर आया. साथ ही बोलता दिखा कि 'साहब!मुझे घर भेज दो. मैं घर जाने के लिए तड़प रहा हूं'. हालांकि, बार बार बोलने पर पुलिस ने लाठी भी मारी. फिर भी बोलता रहा-'मुझे डंडे मारो पर मुझे घर भेज दो..'
मसूरी में ज्यादातर मजदूर नेपाल, बिहार और उत्तरप्रदेश के निवासी हैं. लॉकडाउन के बाद से ये यहीं फंसे हुए हैं. लॉकडाउन-3 में सरकार विभिन्न राज्यों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों की घर वापसी करा रही है. कई मजदूरों ने सरकार की ओर से जारी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन भी करा दिया है. जबकि, सरकार राज्य में फंसे मजदूरों को घर भेजने के काम में जुटी है. कई मजदूर ऐसे हैं, जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है और वो घर वापस जाना चाहते हैं. कई लोग शराब की दुकान खुलने के बाद शराब पीते नजर आ रहे हैं. बीच चौराहे पर पुलिस के सामने घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं.
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मसूरी के पिक्चर पैलेस चौक पर भी एक मजदूर नशे की हालत में स्थानीय लोगों और पुलिस से उसे उसके घर नेपाल भेजने की गुहार लगाता नजर आया. उसका कहना था कि वो काफी परेशान है. मजदूरी ना मिलने से अब खाने के लाले पड़ गए हैं. ऐसे में टेंशन में आकर उसने शराब भी किसी से पैसे उधार लेकर पी है. मजदूर पुलिसकर्मियों के आगे हाथ जोड़कर बार-बार कहता रहा, साहब! मुझे घर भेज दो, मैं घर जाने के लिए तड़प रहा हूं..