ऋषिकेशः तीर्थनगरी के राजकीय चिकित्सालय में बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. यहां पर मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां पर तैनात फार्मासिस्ट शराब के नशे में धुत होकर मरीजों को इंजेक्शन लगा रहे हैं. आलम ये है कि शराब की हालात में फार्मासिस्ट बोल भी नहीं पा रहे है. इलाज कराने पहुंचे मरीजों और तीमारदारों ने आरोप लगाया कि फार्मासिस्ट नशे की हालत में मरीजों का इलाज कर रहे हैं. वहीं, तीमारदारों ने ऐसे कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
प्रदेश में सरकारी अस्पतालों का हाल किसी से नहीं छुपा नहीं है. कहीं अस्पतालों में दवाइयां नहीं तो कहीं डॉक्टर नहीं. साथ ही तीमारदारों और मरीजों के साथ अभद्रता के मामले भी अक्सर सामने आते हैं, लेकिन यहां एक ऐसा ही वाक्या देखने को मिला है.
दरअसल, राजकीय चिकित्सालय में शनिवार को एक फार्मासिस्ट नशे की हालात में मरीजों को इंजेक्शन लगाते नजर आये. तीमारदारों का आरोप है कि यहां पर तैनात फार्मासिस्ट शराब के नशे में थे. जिसके बाद फार्मासिस्ट ने मरीजों के साथ बदसलूकी की. तीमारदार महेश पंवार ने बताया कि वो अपने परिजनों की इलाज के लिए इमरजेंसी में पहुंचे थे, लेकिन यहां पर फार्मासिस्ट नशे की हालात में मिले. साथ ही बताया कि वो मरीज के साथ भी ठीक तरह से पेश नहीं आ रहे थे.
ईटीवी भारत की टीम ने मौके पर जाकर इमरजेंसी में तैनात फार्मासिस्ट से बात की तो नशे की हालात में जबाव नहीं दे सके. फार्मासिस्ट लड़खड़ाते जुबान से बोले कि मैं ठीक हूं. आवाज लड़खड़ाने से क्या होता है.
वहीं, मामले पर सीएमएस एनएस तोमर से फोन पर जानकारी ली गई तो उन्होंने मामले को देखने की बात कही.