देहरादून: हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की थी. उत्तराखंड के लोगों को भी जल जीवन मिशन योजना का लाभ मिल रहा है. उत्तराखंड में जल जीवन मिशन योजना के पहले चरण का काम पूरा हो चुका है. वहीं अब दूसरे चरण का कार्य शुरू होना है. इसी को लेकर सूबे के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने शुक्रवार को विधानसभा में जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए. पेयजल मंत्री चुफाल ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के दूसरे चरण के लिए डीपीआर तैयार की जानी है, लेकिन जूनियर इंजीनियरों की कमी के चलते यह कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है. ऐसे में उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को जल्द से जल्द पेयजल निगम और जल संस्थान में 50-50 जूनियर इंजीनियर की नियुक्ति करने के निर्देश दिए है. ताकि समय से डीपीआर तैयार हो सके और जल जीवन मिशन के दूसरे चरण का काम धरातल पर शुरू हो सकें.
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इसके साथ ही पेयजल मंत्री चुफाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि मॉनसून आने से पहले वाटर टैंक की सफाई का काम पूरा कर लिया जाए. ताकि बरसात में लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकें. गौरतलब है कि जल जीवन मिशन के तहत साल 2024 तक प्रदेश के सभी घरों में नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत मिशन के पहले चरण के तहत वर्तमान में प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा घरों में जल निगम और जल संस्थान की ओर से पेयजल कनेक्शन दिए जा चुके हैं.