देहरादून: हरिद्वार महाकुंभ में देहरादून से भी बड़ी संख्या में ट्रैफिक पुलिस के जवान गए हैं. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस के सामने देहरादून शहर की यातायात व्यवस्था को संभालने में थोड़ी मुश्किलें आ रही हैं. शहर में ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए पुलिस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के इंटीग्रेट कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) की मदद लेगा. कंट्रोल रूम में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है.
कंट्रोल रूम में तैनात पुलिसकर्मी शहर में लगाए 171 सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रैफिक समेत अन्य सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखेंगे. इस दौरान यदि किसी इलाके में ट्रैफिक जाम की समस्या आती है तो कंट्रोल रूम में तैनात पुलिसकर्मी इसकी सूचना वहां पुलिस थाने और चौकी को देंगे. ट्रैफिक पुलिस की ओर से रेड लाइट जंप करने वाले वाहन चालकों के स्पीड वाइलेशन डिटेक्शन (एसवीडी) से स्वचालित चालान करने भी शुरू कर दिए गए हैं.
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यातायात निदेशक केवल खुराना ने बताया कि हरिद्वार महाकुंभ में 31 अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है. वहीं सात अधिकारी और कर्मचारी निलंबित चल रहे हैं. इस कारण ट्रैफिक पुलिस में स्टाफ की काफी कमी हो गई है. ऐसे में शहर की यातायात व्यवस्था को संभालने में दिक्कतें आ रही हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए छह कर्मचारियों को ट्रैफिक मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम में बैठाया गया है. यह कर्मचारी कैमरों पर नजर रखते हुए जाम की समस्या से नजदीकी पुलिसकर्मियों अवगत कराएंगे. इसके अलावा ट्रैफिक निदेशालय शहर में कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाने जा रहा है.
जाम से बेहाल देहरादून
ट्रैफिक पुलिस में स्टाफ की काफी कमी होने के कारण शहर में जगह-जगह जाम से स्थिति बनी हुई है. शहर के ज्यादातर चौक-चौराहों पर आम लोगों को जाम से दो चार होना पड़ रहा है. सबसे बूरा हाल रिस्पना पुल और सहारनपुर चौक पर देखने को मिलता है. जाम की हालत को देखते हुए देहरादून एसपी सिटी सरिता डोभाल ने भी शहर का स्थलीय निरीक्षण किया. एसपी सिटी की माने की शहर में जहां पर भी ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है उन जगहों को चिन्हित किया गया है. ट्रैफिक को डायवर्ड और नियंत्रित करने के लिए फोर्स को भी बढ़ाया जाएग.