पौड़ी: भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नेताओं पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने पर बीजेपी ने 9 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यह कदम पार्टी अनुशासन और एकता बनाए रखने के लिए उठाया गया है. साथ ही, भाजपा संगठन अन्य संभावित असंतुष्ट लोगों पर भी नजर बनाए हुए है, ताकि पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके.
पौड़ी नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ जो नेता बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे हैं, उन पर कार्रवाई की गई है. प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर पार्टी के संविधान के अनुसार उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. जिसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह नेगी, प्रत्याशी के रूप में अध्यक्ष का चुनाव लड़ रही वीरा भंडारी, कुसुम चमोली, प्रियंका थपलियाल समेत सभासद के रूप में वार्ड नंबर 2 से शुभम रावत, दिनेश बिष्ट, वार्ड नंबर 4 से राकेश गौशाली, वार्ड नंबर 9 से रंजना और प्रियंका बहुगुणा जो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे हैं.
पार्टी ने सभी को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. कार्यकारी जिलाध्यक्ष कमल रावत ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर चुनाव लड़ रहे लोगों पर कार्रवाई की गई है. बाकी जो लोग पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, उन लोगों की पहचान की जा रही है. वहीं प्रयास किया जा रहा है कि उन लोगों को समझा बुझाकर पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान में जोड़ा जाए. पार्टी नहीं चाहती कि किसी अच्छे कार्यकर्ता को वो खो दें, उनको समझाने का प्रयास किया जा रहा है.
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