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उत्तराखंड के 50 से ज्यादा डॉक्टरों का इस्तीफा होगा मंजूर, शासन ने तेज की कवायद

प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों से त्यागपत्र देने के बाद बिना स्वीकृति मिले ही गायब चल रहे 50 से ज्यादा चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त करने की तैयारी चल रही है. शासन इन सभी के त्यागपत्र मंजूर करने जा रहा है. जिसके लिए पत्रावली तैयार कर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

उत्तराखंड के 50 से ज्यादा डॉक्टरों का इस्तीफा होगा मंजूर
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Published : Jun 29, 2019, 3:07 AM IST

Updated : Jun 29, 2019, 8:07 AM IST

देहरादून: पिछले लंबे समय से अपना इस्तीफा देकर गैरहाजिर चल रहे प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों पर अब शासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. शासन अब इन सभी के त्यागपत्रों को मंजूर करने जा रहा है. जिसके बाद डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में नए डॉक्टरों की भर्ती की जा सकेगी.

दरअसल, शासन ने कुछ समय पहले गायब डॉक्टरों की जांच करवाई गई. जिसमें मालूम चला कि कई डॉक्टर अस्पतालों में लंबे समय से गए ही नहीं हैं. दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि इनमें से कई ऐसे हैं, जो विभाग को त्यागपत्र थमा कर चले गये हैं. इन्होंने शासन से त्यागपत्र स्वीकृत होने का इंतजार तक नहीं किया.

पढ़ें- निशंक के नामांकन के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका, 1 जुलाई को होगी अगली सुनवाई

इसके बाद जब इन डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया तो कुछ ने ज्वाइन कर लिया. लेकिन बाद फिर वह भी छोड़कर चले गए. ऐसे में अब शासन ने ऐसे सभी चिकित्सकों की सूची तलब की है. इसमें 50 से ज्यादा चिकित्सक ऐसे पाए गए हैं, जो 2003 से लेकर 2014 तक के अंतराल में अपना त्यागपत्र विभाग को दे चुके हैं.

जिसके बाद अब इन सभी को त्यागपत्रों को मंजूर करने की कवायद चल रही है. इसके लिए पत्रावली तैयार कर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है.

देहरादून: पिछले लंबे समय से अपना इस्तीफा देकर गैरहाजिर चल रहे प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों पर अब शासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. शासन अब इन सभी के त्यागपत्रों को मंजूर करने जा रहा है. जिसके बाद डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में नए डॉक्टरों की भर्ती की जा सकेगी.

दरअसल, शासन ने कुछ समय पहले गायब डॉक्टरों की जांच करवाई गई. जिसमें मालूम चला कि कई डॉक्टर अस्पतालों में लंबे समय से गए ही नहीं हैं. दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि इनमें से कई ऐसे हैं, जो विभाग को त्यागपत्र थमा कर चले गये हैं. इन्होंने शासन से त्यागपत्र स्वीकृत होने का इंतजार तक नहीं किया.

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इसके बाद जब इन डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया तो कुछ ने ज्वाइन कर लिया. लेकिन बाद फिर वह भी छोड़कर चले गए. ऐसे में अब शासन ने ऐसे सभी चिकित्सकों की सूची तलब की है. इसमें 50 से ज्यादा चिकित्सक ऐसे पाए गए हैं, जो 2003 से लेकर 2014 तक के अंतराल में अपना त्यागपत्र विभाग को दे चुके हैं.

जिसके बाद अब इन सभी को त्यागपत्रों को मंजूर करने की कवायद चल रही है. इसके लिए पत्रावली तैयार कर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है.

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देहरादून: पिछले लंबे समय से अपना इस्तीफा देकर गैरहाजिर चल रहे प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों पर अब शासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. शासन अब इन सभी के त्यागपत्रों को मंजूर करने जा रहा है. जिसके बाद डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में नए डॉक्टरों की भर्ती की जा सकेगी.



दरअसल, शासन ने कुछ समय पहले गायब डॉक्टरों की जांच करवाई गई. जिसमें मालूम चला कि कई डॉक्टर अस्पतालों में लंबे समय से गए ही नहीं हैं. दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि इनमें से कई ऐसे हैं, जो विभाग को त्यागपत्र थमा कर चले गये हैं. इन्होंने शासन से त्यागपत्र स्वीकृत होने का इंतजार तक नहीं किया.



इसके बाद जब इन डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया तो कुछ ने ज्वाइन कर लिया. लेकिन बाद फिर वह भी छोड़कर चले गए. ऐसे में अब शासन ने ऐसे सभी चिकित्सकों की सूची तलब की है. इसमें 50 से ज्यादा चिकित्सक ऐसे पाए गए हैं, जो 2003 से लेकर 2014 तक के अंतराल में अपना त्यागपत्र विभाग को दे चुके हैं.



जिसके बाद अब इन सभी को त्यागपत्रों को मंजूर करने की कवायद चल रही है. इसके लिए पत्रावली तैयार कर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है.


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Last Updated : Jun 29, 2019, 8:07 AM IST
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