देहरादून: एक तरफ प्रदेश में कोविड-19 जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म में कोरोना से जुड़ी खबरों के चलते लोगों में तनाव की स्थिति पैदा हो रही है. इससे कई लोग मानसिक रोगों का शिकार हो रहे हैं. आखिर कोरोना काल में किस तरह खुद को तनाव से दूर रखा जाए, इन सवाल को लेकर ईटीवी भारत ने देहरादून के जाने- माने मनोवैज्ञानिक डॉ मुकुल शर्मा से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए डॉ. मुकुल शर्मा ने बताया इसमें कोई दो राय नहीं कि देश के साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वहीं आम जनमानस की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से भी प्रदेश में कोविड कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसे में अपने घरों में कैद लोग सोशल मीडिया में चल रही कई तरह की भ्रमित खबरों को देख कर ज्यादा तनाव में आ रहे हैं. इस स्थिति में लोगों को इस तरह की भ्रमित खबरों से खुद को दूर रखने की जरूरत है.
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वहीं लोगों को अपने मन में सकारात्मक विचार लाने चाहिए. आखिर कोरोना से कितने लोगों की मौत हो रही है, ऐसी खबरों के स्थान पर लोगों को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि जहां कई लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से स्वस्थ होकर आज सामान्य तरह से अपना जीवन बिता रहे हैं.
डॉ. मुकुल शर्मा के मुताबिक इस समय जब लोग कोविड कर्फ्यू के चलते अपने घरों में कैद हैं, तो इस स्थिति में अपने आपको घर पर ही ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रखने का प्रयास करना चाहिए. इसके लिए एक दिन भर का रूटीन बनाया जाना चाहिए. इसमें मॉर्निंग वॉक या अन्य तरह का व्यायाम करना शामिल होना चाहिए.
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इसके साथ ही मन प्रसन्न रहे इसके लिए लोगों को फोन या सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दोस्तों और अन्य रिश्तेदारों से बातचीत करनी चाहिए. इसके साथ ही सिर्फ कोरोना से जुड़ी खबरों पर ध्यान न दे कर लोगों को मन बहलाने के लिए कुछ अच्छी फिल्में या डॉक्यूमेंट्री भी देखनी चाहिए. इसके साथ ही यदि कोई लिखने का शौक रखता है, तो इस समय वह घर पर रहकर अपने लिखने का शौक भी पूरा कर सकते हैं.
कुल मिलाकर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मन में कई तरह के सवाल तनाव जरूर पैदा कर रहे हैं. लेकिन इस कठिन समय में हर व्यक्ति को अपने आपको मानसिक तौर से मजबूत रखने की जरूरत है. क्योंकि जब मानसिक रूप से मजबूत होंगे, तभी शारीरिक रूप से तंदुरुस्त रह कर कोरोना का सामना कर सकेंगे.