देहरादून: राज्य में जिला योजना समिति के चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर जिला पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राजधानी देहरादून के प्रेस क्लब में मीडिया से वार्ता करते हुए प्रदीप भट्ट ने कहा कि जब बिहार में विधानसभा चुनाव और देश के अधिकांश राज्यों में राज्यसभा और विधान परिषदों के चुनाव हो सकते हैं तो फिर जिला योजना समिति के चुनाव क्यों नहीं हो सकते हैं?
प्रदीप भट्ट ने कहा हिमाचल समेत कई राज्यों में स्थानीय पंचायत व निकाय के चुनाव हो सकते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत में मानव श्रृंखला बनाई जा सकती है, उत्तराखंड सचिवालय संघ के चुनाव हो सकते हैं. वहीं सरकार हरिद्वार में महाकुंभ का भव्य आयोजन करने जा रही है तो फिर जिला योजना समिति के चुनाव क्यों नहीं हो सकते हैं?
भट्ट ने कहा कि हाल ही में देहरादून में पंचायतों का विशाल सम्मेलन आयोजित हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पहुंचे थे. तब साफ तौर पर पंचायतों को मजबूत करने पर बल दिया, लेकिन राज्य में पंचायतों के पर कतरे जा रहे हैं.
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उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जीरो टॉलरेंस की सरकार में जिला योजना चुनाव को लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री में भी मतभेद हैं, क्योंकि मंत्री चुनाव कराने के पक्ष में अनुमोदन देते हैं जबकि मुख्यमंत्री उसको ठंडे बस्ते में डाल देते हैं.
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जिला पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार शीघ्र जिला योजना समिति के चुनाव नहीं कराती है, तो जिला पंचायत एवं नगर निकाय प्रतिनिधियों को मजबूरन सरकार के खिलाफ लामबंद होना पड़ेगा.