विकासनगर: कोरोना महामारी के लगातार बढ़ने की वजह से देशभर में लॉकडाउन है, जिसके चलते गरीब, असहाय, दिहाड़ी मजदूरों और अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, विकासनगर जिले के थाना क्षेत्र के अंतर्गत प्रशासन की ओर से तीन रिलीफ कैंप बनवाए गए हैं, जिसमें में 104 मजदूरों व 1,141 परिवार ठहरे हुए हैं. सभी को पुलिस प्रशासन की ओर से राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है.
दरअसल, विकासनगर में लॉकडाउन है, जिसके चलते प्रशासन की ओर से तीन रिलीफ कैंप बनवाए हैं, जिसमें लगभग 104 मजदूरों में 50 मजदूर त्रिशला जैन धर्मशाला में और 54 मजदूर क्लाउड मिलन वेडिंग प्वाइंट हरबर्टपुर में ठहराया गया है. इनके लिए भोजन की व्यवस्था व्यापार मंडल हरबर्टपुर और नगर पालिका विकासनगर ओर से की जा रही है.
वहीं, यमुना नदी के किनारे हो रहा खनन कारोबार लॉकडाउन के चलते बंद हैं. ऐसे में इस कार्य में लगे दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से इन मजदूरों के लिए खाद्य सामग्री मुहैया करवाया जा रहा है.
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वहीं, कोतवाली प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि जो मजदूर तीनों कैंपों में ठहरे हुए हैं, उनके खाने-पीने की व्यवस्था व्यापार मंडल हरबर्टपुर और नगर पालिका की तरफ से कराया जा रहा है. इसके अलावा सुबह-शाम के नाश्ते की भी व्यवस्था की गई है. वहीं, खनन कार्यों में लगे मजदूरों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. ऐसे करीब 1,141 परिवारों के लगभग चार हजार लोगों को राशन पहुंचाया जा रहा है.