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सचिवालय कर्मियों के प्रमोशन पर विवाद, दो गुट में बंटा कर्मचारी संघ - अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन के अध्यक्ष विरेंद्र पाल सिंह

उत्तराखंड सचिवालय संघ हुए 10 पदों पर प्रमोशन में वर्ग विशेष को महत्व देने को लेकर,अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने प्रमोशन निरस्त करने की मांग है.

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उत्तराखंड सचिवालय संघ में शुरू हुआ विवाद
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Published : Feb 6, 2020, 4:34 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड शासन द्वारा सचिवालय में 10 पदों पर किए गए प्रमोशन से सचिवालय संघ में दो फाड़ होते नजर आ रही है. उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ से अलग होने की बात कही है. वहीं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की मांग की है.

सचिवालय कर्मियों के प्रमोशन पर विवाद.

इस मामले में उत्तराखंड सचिवालय के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन के अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सचिवालय के जिन 10 पदों पर पदोन्नति की गई है, उनमें एक पद पर भी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कर्मियों को पदोन्नति नहीं मिली है. जो पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि सचिवालय संघ का ये काम है कि वे सचिवालय के सभी कर्मचारियों के हित की बात करें, न कि किसी वर्ग विशेष की. सचिवालय संघ एक वर्ग विशेष की लड़ाई लड़ रहा है जो गलत है. इसके साथ ही उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति व जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की भी मांग की है.

ये भी पढ़े: अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने आयोजित की बैठक, सरकारी योजनाओं के बारे में किया जागरुक

वहीं सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी का कहना है कि जिन अधिकारियों के प्रमोशन हुए हैं वो 11 सितम्बर से पहले के हैं. जिन पर बेवजह संघ के कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संघ के जो लोग अपना अलग संगठन बनाने की तैयारी कर रहे हैं, वे अपने साथ-साथ पूरे सचिवालय संघ को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिससे सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा.

देहरादून: उत्तराखंड शासन द्वारा सचिवालय में 10 पदों पर किए गए प्रमोशन से सचिवालय संघ में दो फाड़ होते नजर आ रही है. उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ से अलग होने की बात कही है. वहीं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की मांग की है.

सचिवालय कर्मियों के प्रमोशन पर विवाद.

इस मामले में उत्तराखंड सचिवालय के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन के अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सचिवालय के जिन 10 पदों पर पदोन्नति की गई है, उनमें एक पद पर भी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कर्मियों को पदोन्नति नहीं मिली है. जो पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि सचिवालय संघ का ये काम है कि वे सचिवालय के सभी कर्मचारियों के हित की बात करें, न कि किसी वर्ग विशेष की. सचिवालय संघ एक वर्ग विशेष की लड़ाई लड़ रहा है जो गलत है. इसके साथ ही उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति व जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की भी मांग की है.

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वहीं सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी का कहना है कि जिन अधिकारियों के प्रमोशन हुए हैं वो 11 सितम्बर से पहले के हैं. जिन पर बेवजह संघ के कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संघ के जो लोग अपना अलग संगठन बनाने की तैयारी कर रहे हैं, वे अपने साथ-साथ पूरे सचिवालय संघ को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिससे सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा.

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उत्तराखंड शासन द्धारा सचिवालय में 10 पदों पर किए गए प्रमोशन से सचिवालय संघ में दो फाड़ होते हुए नजर आ रहे हैं, उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवाल संघ से अलग होने की बात कही है। उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की मांग की है।


Body:उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कार्मिक संगठन के अध्यक्ष विरेंद्र पाल सिंह का कहना कि जिन 10 पदों पर पदोन्नति की गई है उनमे एक पद पर भी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के कर्मिक को पदोन्नति नहीं मिली है, जो कि पूरी तरह से गलत है। सचिवालय संघ का एक काम है कि वह सचिवालय के सभी कर्मचारियों के हित की बात करे न कि किसी वर्ग विशेष की इसलिए वह कहना चाहते है कि सचिवालय संघ एक वर्ग विशेष की लड़ाई लड रहा है जो गलत है। इसके साथ ही उत्तराखंड सचिवालय अनुसूचित जाति जनजाति कार्मिक संगठन ने सचिवालय संघ को पत्र भेजकर 10 पदों पर किए गए प्रमोशन को निरस्त करने की भी मांग की है।

बाइट - चंद्र बहादुर, उपाध्यक्ष, एससी/एसटी संवर्ग

वहीं सचिवालय संघ के अध्यक्ष का कहना है कि जिन अधिकारियों के प्रमोशन हुए है वो 11 सितम्बर से पहले के है जिन पर बेवजह संघ के कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संघ के जो लोग अपना अलग संगठन बनाने की तैयारी कर रहे हैं वह अपने साथ साथ पूरे सचिवालय संघ को नुकसान पहुंचा रहे हैं जिससे सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा। 

बाइट - दीपक जोशी, अध्यक्ष, सचिवाल संघ




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