डोईवाला: जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर पेड़ काटने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. दरअसल, एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया है और जिसमें 10 हजार पेड़ विस्तारीकरण की जद में आने की बात कही गई है. जिसे सुनकर पेड़ बचाने के लिए कुछ सामाजिक संगठन अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. जिसपर एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने कहा कि कुछ लोग इस मामले में गुमराह कर रहे हैं.
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एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम का कहना है कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण में सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है. कुछ संगठनों द्वारा पेड़ बचाओ अभियान के माध्यम से नकारात्मक अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कुछ सामाजिक संगठन थानों बचाओ, जंगल बचाओ आदि के नाम से हवाई अड्डा विस्तार परियोजनाओं को रोकने के लिए नकारात्मक अभियान चला रहे हैं. साथ ही उन्हें तथ्यों और आंकड़ों के बारे में बहुत कम जानकारी है.
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एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा आरक्षित वन भूमि के अंदर आने वाले पेड़ों के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ) के दिशा- निर्देशों का पालन किया जा रहा है. जिसके तहत जितने भी पेड़ एयरपोर्ट विस्तारीकरण में प्रभावित होंगे उतने ही पेड़ खाली जगह पर लगाए जाएंगे. वहीं विरोध करने के बजाए इन पेड़ों को लगाने में संगठन आगे आएं और एयरपोर्ट ऑथेरिटी की मदद करें. उन्होंने आगे कहा कि संगठन नकारात्मक अभियान चलाकर जनता को गुमराह ना करें.