देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते शनिवार को केदारनाथ धाम पहुंचे. जहां पर पीएम मोदी ने बाबा केदार के दर्शन कर पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने धाम से करीब दो किलोमीटर दूरी पर बने ध्यान गुफा में ध्यान भी लगाया. साथ ही रात्रि विश्राम भी इसी गुफा में की. जिसके बाद ये गुफा चर्चा में आ गया है. इस ध्यान गुफा को सभी सुविधाओं से लैस किया गया है. जहां पर ठहरने और ध्यान करने के लिए किराया भी निर्धारित किया गया है. वहीं, इस ध्यान गुफा से पर्यटन में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
बता दें कि केदारनाथ धाम के गरुड़चट्टी में ध्यान गुफा बनाई गई है. इस ध्यान गुफा का निर्माण कार्य बीते 20 अप्रैल 2018 को शुरू हुआ था. यह गुफा साढ़े आठ लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इस गुफा की लंबाई 5 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर है.
क्या खास है ध्यान गुफा में
इस ध्यान गुफा को बिजली, पीने के पानी की सुविधा, वॉशरूम से लैस किया गया है. गुफा का बाहरी हिस्सा पहाड़ी पत्थरों से बना है. साथ ही गुफा का दरवाजा लकड़ी का बना है. गुफा के भीतर कॉल बेल भी लगाई गई है. गढ़वाल मंडल विकास निगम (GVNM) ने गुफा में रहने वाले पर्यटकों को दिन में दो बार नाश्ता, दोपहर का खाना, रात का खाना और चाय देने की व्यवस्था की है.
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990 रुपये में श्रद्धालु कर सकेंगे साधना
इस ध्यान गुफा में कोई भी श्रद्धालु ध्यान लगा सकता है. इसके लिए किसी भी श्रद्धालु को ऑनलाइन बुकिंग करना पड़ेगी. इसके लिए 990 रुपये प्रतिदिन का किराया भुगतान करना होगा. हालांकि पहले ध्यान गुफा के एक दिन का किराया पहले जीएमवीएन ने 3000 रुपये रखा था. जिसे घटा कर अब 990 रुपये रखा गया है. ऐसे में शांति की तलाश में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए ध्यान गुफा एक अलौकिक अनुभूति प्रदान करने वाली साबित होगी.
वहीं, ध्यान गुफा में श्रद्धालुओं के साधना करने से जीएमवीएन के राजस्व में बढ़ोतरी होगी. साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में नई जगह होने से अलग पहचान भी कायम करेगा. उधर, लाखों की तादाद में केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालु और गुफा में साधना करने वालों की संख्या को लेकर भी सवाल उठ रहा है कि क्या जीएमवीएन इस गुफा में साधना करने के इच्छुक सभी भक्तों की बुकिंग करा पाने में सफल हो पाएगा?