देहरादून: जोशीमठ भू-धंसाव (Landslide in Joshimath) मामले पर राज्य सरकार केंद्र के साथ मिलकर युद्ध स्तर पर काम कर रही है. अब इस मामले में जल्द ही राज्य सरकार ने आपात कैबिनेट बैठक (emergency cabinet meeting on joshimath case) बुलाने पर भी फैसला किया है. इस कैबिनेट बैठक में जोशीमठ को लेकर कुछ जरूरी निर्णय लिये जा सकते हैं. इस इस क्षेत्र में चलने वाले पावर प्रोजेक्ट्स (Big decisions on power projects) और आपदा प्रभावितों को लेकर कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुबोध उनियाल ने बड़ी बात कहते हुए कहा कि हमारे सिस्टम में फोड़े को घाव बनने का इंतजार किया जाता है और जोशीमठ मामले में भी यही हुआ. लेकिन, हमारी सरकार ने तत्परता से इस मामले में काम किया और स्थिति को काबू करने का प्रयास कर रही है.
जोशीमठ में मौजूदा स्थितियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल (cabinet minister subodh uniyal on joshimath case) ने जानकारी दी. सुबोध उनियाल ने कहा जोशीमठ मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा इससे पहले ही राज्य सरकार जोशीमठ में अधिकारियों के नंबर सार्वजनिक कर चुकी है और मौके पर अधिकारियों की तैनाती भी की गई है. साथ ही जल्द ही प्रभावितों की राहत राशि बढ़ाने पर भी पुनर्विचार किया जाएगा.
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उधर दूसरी तरफ सुबोध उनियाल (cabinet minister subodh uniyal) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि रेलवे की सुरंग में ब्लास्टिंग की जा रही है, ब्लास्टिंग के चलते पहाड़ों पर दरारें भी आती हैं. दरअसल, सुबोध उनियाल से उनके विधानसभा क्षेत्र नरेंद्रनगर विधानसभा के अटाली गांव में दरार आने का सवाल पूछा गया. जिस पर उन्होंने कहा सरकार का मत है कि यदि रिपोर्ट में ब्लास्टिंग की पुष्टि होती है तो ऐसे प्रोजेक्ट बंद भी किए जा सकते हैं.
वहीं, विपक्ष पर भी सुबोध उनियाल ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार इस मामले पर राजनीति कर रहा है. सुबोध उनियाल ने कहा इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान कुंठित मानसिकता को जाहिर कर रहे हैं.
बता दें जोशीमठ में अब तक कुल 603 भवनों में दरारें (cracks in joshimath) आई हैं. जिसमें रविग्राम के 161, गांधीनगर के 134, परसारी के 51, लोअर बाजार के 24, सिंगधार के 56, मनोहर बाग के 80, अपर बाजार के 31 घरों में दरारें आई हैं. शहर में घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही (land subsidence in Joshimath) है. इलाके में भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के घरों पर लाल क्रॉस के निशान लगाए जा रहे हैं