देहरादून: डीजीपी अशोक कुमार ने देहरादून के सभी अधिकारी और जनपद के थानाध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक मीटिंग ली. जिसमे डीजीपी द्वारा जनता कर्फ्यू को सख्ती के साथ पालन कराने और 'मिशन हौसला' के तहत जनता की अधिक से अधिक सहायता करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
डीजीपी ने दिए निर्देश
- आकस्मिक परिस्थितियों में दवाओं की होम डिलीवरी.
- आकस्मिक परिस्थितियों में ऑक्सीजन सिलेंडर की होम डिलीवरी
- कोरोना संक्रमण युक्त परिवार के लिए आकस्मिक परिस्थितियों में भोजन एवं राशन की होम डिलीवरी.
- आकस्मिक परिस्थितियों में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने में एंबुलेंस प्रबंधन करने में मदद.
- उत्तराखंड पुलिस प्लाज्मा देने वाले व प्लाज्मा की मांग करने वाले व्यक्तियों के बीच समन्वय स्थापित करेगी.
इस पूरे काम के लिए पुलिस थाना नोडल सेंटर के रूप में कार्य करेगा. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, बाजार में भीड-भाड, कालाबाजारी के अतिरिक्त राहत पहुंचाने में भी पुलिस थाना नोडल सेंटर के रूप में कार्य करेगा.
पढ़ें: उत्तराखंड में लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू, कड़े होंगे प्रतिबंध
उत्तराखंड पुलिस द्वारा 112 स्टेट इमरजेंसी कॉल सेन्टर, प्रत्येक जनपद मुख्यालय में स्थापित कोविड कन्ट्रोल रूम तथा नोडल सेन्टर के माध्यम से कार्य करने वाले उत्तराखंड पुलिस के 160 थानों के जरिए राहत पहुंचाई जाएगी. सभी जनपदों के कोविड कंट्रोल रूम के नम्बर तथा नोडल सेंटर के माध्यम से कार्यरत थाने के नंबर भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किये जा रहे हैं. उत्तराखंड की जनता इस हेल्पलाइन नम्बर के माध्यम से राहत एवं सहायता प्राप्त कर सकती है.
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि देहरादून के सभी अधिकारी और जनपद के सभी थाना प्रभारियों को कोविड कर्फ्यू के दौरान राज्य सरकार की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कर्फ्यू में ड्यूटी के आलावा मिशन हौसला के तहत ज़रूरतमंद जनता की मदद करनी है.
मिशन हौसला के तहत हुई मदद
मिशन हौसला के तहत अभी तक पुलिस सहायता हेतु 3278 फोन काॅल प्राप्त हुए हैं. जिन पर कार्यवाही करते हुए कुल 355 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर, 216 लोगों को अस्पताल में बेड, 77 लोगों को प्लाज्मा डोनेशन, 4007 लोगों को दवाईयां, 86 लोगों को एंबुलेंस की सुविधा, 506 लोगों को राशन और 202 मृत कोरोना मरीजों का दाह संस्कार किया गया है. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि जनपद स्तर पर स्थापित कोविड कंट्रोल रूम और थाने अपने नंबर और कार्य मिशन हौसला के नाम से मीडिया ,सोशल मीडिया, होल्डिंग्स के माध्यम से प्रचार प्रसार करा सकते हैं. हमको मदद चाहने वाले और मदद देने वाले के मध्य समन्वय स्थापित कराना है.