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ऑनलाइन शिकायत निस्तारण के दौरान DGP ने पुलिस अधिकारी को किया निलंबित - DGP ashok kumar video conference news

पहली ऑनलाइन शिकायत सुनवाई में डीजीपी अशोक कुमार ने बड़ा एक्शन लिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं की सुनवाई के दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार पुलिस अधिकारी को निलंबित किया.

DGP ashok kumar video conference
डीजीपी अशोक कुमार की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग.
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Published : Dec 23, 2020, 11:43 AM IST

देहरादून: डीजीपी अशोक कुमार की ओर से मंगलवार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. बता दें कि यह प्रक्रिया 01 जनवरी 2021 से प्रस्तावित थी, लेकिन जनता की सुविधा के लिए इसे शुरू कर दिया गया है. पहली ऑनलाइन शिकायत सुनवाई में डीजीपी ने बड़ा एक्शन लिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं की सुनवाई के दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया है.

डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद देहरादून, हरिद्वार एवं नैनीताल के विभिन्न शिकायती प्रकरण, जहां शिकायतकर्ता जनपद पुलिस द्वारा की गयी जांच/विवेचना से संतुष्ट नहीं थे, ऐसे मामलों की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान जनपद हरिद्वार के एक प्रकरण में, बहादराबाद निवासी विवेक कुमार ने दिनांक 30 सितंबर को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. पीड़ित ने बताया की मुकदमे का विवेचना अधिकारी दारोगा लगातार समझौता करने का दबाव बना रहा है. कॉन्फ्रेसिंग में हरिद्वार के जनपद प्रभारी, थाना प्रभारी, जांच अधिकारी, विवेचना अधिकारी और शिकायतकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान दारोगा पर लगे सभी आरोपों की पुष्टि हुई,इस पर डीजीपी ने दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

यह भी पढ़ें-DGP ने प्रत्येक साल 50 इनामी अपराधियों को पकड़ने का रखा लक्ष्य

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया की प्रकरण से संबंधित जांच पत्रावली की समीक्षा और सभी उपस्थित जनों का पक्ष सुनने के बाद संबंधित विवेचना अधिकारी को दोष पूर्ण मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रकरण की जांच समय से सहायक पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार को प्रेषित न करने पर संबंधित प्रधान लिपिक का उत्तरदायित्व तय करने और प्रकरण की जांच सक्षम अधिकारी से कराते हुए 15 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए एसएसपी हरिद्वार को निर्देशित किया गया है.

देहरादून: डीजीपी अशोक कुमार की ओर से मंगलवार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. बता दें कि यह प्रक्रिया 01 जनवरी 2021 से प्रस्तावित थी, लेकिन जनता की सुविधा के लिए इसे शुरू कर दिया गया है. पहली ऑनलाइन शिकायत सुनवाई में डीजीपी ने बड़ा एक्शन लिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिकायतकर्ताओं की सुनवाई के दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया है.

डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद देहरादून, हरिद्वार एवं नैनीताल के विभिन्न शिकायती प्रकरण, जहां शिकायतकर्ता जनपद पुलिस द्वारा की गयी जांच/विवेचना से संतुष्ट नहीं थे, ऐसे मामलों की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान जनपद हरिद्वार के एक प्रकरण में, बहादराबाद निवासी विवेक कुमार ने दिनांक 30 सितंबर को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. पीड़ित ने बताया की मुकदमे का विवेचना अधिकारी दारोगा लगातार समझौता करने का दबाव बना रहा है. कॉन्फ्रेसिंग में हरिद्वार के जनपद प्रभारी, थाना प्रभारी, जांच अधिकारी, विवेचना अधिकारी और शिकायतकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान दारोगा पर लगे सभी आरोपों की पुष्टि हुई,इस पर डीजीपी ने दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

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डीजीपी अशोक कुमार ने बताया की प्रकरण से संबंधित जांच पत्रावली की समीक्षा और सभी उपस्थित जनों का पक्ष सुनने के बाद संबंधित विवेचना अधिकारी को दोष पूर्ण मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रकरण की जांच समय से सहायक पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार को प्रेषित न करने पर संबंधित प्रधान लिपिक का उत्तरदायित्व तय करने और प्रकरण की जांच सक्षम अधिकारी से कराते हुए 15 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए एसएसपी हरिद्वार को निर्देशित किया गया है.

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