देहरादूनः उत्तराखंड में कोरोना वायरस की चपेट में आने से पुलिस के 13 जवानों की मौत हो चुकी है. पहली लहर में 8 और दूसरी लहर में 5 जवानों ने जान गंवाई है. इसी कड़ी में पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार के साथ अन्य आला अधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उनके परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनके योगदान को याद किया गया.
बता दें कि प्रदेश में अभी तक 4500 पुलिस के जवान कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान पुलिस ने अपनी जान की परवाह न करते हुए उम्दा कार्य किया है. इस दौरान फ्रंट लाइन में काम कर रहे कई पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आए.
पहली लहर में 8 और दूसरी लहर में 5 जवानों ने कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपना बलिदान दिया है. इस कठिन समय में उन सभी की अनुकरणीय सेवाएं हमेशा याद रखी जाएंगी. उत्तराखंड पुलिस उनके व उनके स्वजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है.
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मिशन हौसला के तहत पुलिस ने जरूरतमंदों तक पहुंचाई जरूरी सामग्री
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने मिशन हौसला के तहत जरूरतमंदों की मदद कर देश के अन्य पुलिस बलों के लिए उदाहरण पेश किया है. जवानों ने राशन पहुंचाने से लेकर, दवाइयां, ऑक्सीजन समेत कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में जवान ज्यादा संक्रमित हुए हैं, लेकिन टीकाकरण के कारण सभी काफी हद तक सुरक्षित रहे. साथ ही सभी पुलिसकर्मियों से जल्द से जल्द अपने निकट संबंधियों का टीकाकरण करवाने और कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए तैयार रहने को कहा.