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दरोगा भर्ती प्रकरणः CBI कोर्ट में DGP रतूड़ी के दर्ज हुए बयान, मामले में 7 दरोगा हो चुके बर्खास्त

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Published : Aug 31, 2019, 6:30 PM IST

साल 2002-03 में हुए 253 दरोगा भर्ती घोटाले मामले में वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट में पेश होकर अपने बयान दर्ज कराए. घोटाले में डीजीपी के बयान महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. सीबीआई की ओर से जांच पड़ताल में 36 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं. हालांकि, इस घोटाले में अब तक 7 दरोगा बर्खास्त भी किए जा चुके हैं.

anil kumar raturi

देहरादूनः उत्तराखंड में साल 2002-03 में हुए 253 दरोगा भर्ती घोटाला प्रकरण पर इन दिनों सुनवाई चल रही है. मामले में वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी से देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट में बयान दर्ज किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को भी डीजीपी अपना बयान दर्ज कराने सीबीआई कोर्ट पहुंचे. बीते रोज शुक्रवार को भी उन्होंने मामले में अपना बयान दर्ज कराया था. बताया जा रहा है कि सोमवार को भी फिर से डीजीपी को कोर्ट में पेश होकर मामले में अन्य सवालों के बयान दर्ज कराने होंगे.

सीबीआई कोर्ट पहुंचे डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी.

गौर हो कि, साल 2002-03 में 253 दरोगाओं के भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण पर विभागीय जांच भी गई थी, लेकिन मामले पर संतुष्टि ना मिलने पर राज्य सरकार ने भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी थी. जिसके बाद सीबीआई ने सभी तरह की जांच पड़ताल विवेचना पूरी कर साल 2014 में पूर्व डीजीपी पीडी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल समेत अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.

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जिसके बाद से ही सीबीआई कोर्ट में लगातार इस भर्ती घोटाले की सुनवाई प्रक्रिया चल रही है. सीबीआई की ओर से जांच पड़ताल में 36 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं. हालांकि, इस घोटाले में अब तक 7 दरोगा बर्खास्त भी किए जा चुके हैं. वहीं, भर्ती प्रकरण में वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी से कानूनी प्रक्रिया के तहत बयान दर्ज कराए जा रहे हैं.

इस प्रकरण के दौरान वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर तैनात थे. लिहाजा उनके बयान को भी महत्वपूर्ण मानते हुए कोर्ट प्रक्रिया के तहत दर्ज कराए जा रहे हैं. मामले में सीबीआई ने उन्हें सूचना देकर कोर्ट में पेश होकर बयान देने को कहा था. जिसके बाद डीजीपी रतूड़ी कोर्ट के समक्ष अपना बयान दर्ज करा रहे हैं.

ये भी पढे़ंः पंतनगर यूनिवर्सिटी में हड़ताल को लेकर सरकार सख्त, CM त्रिवेंद्र ने कड़ी कार्रवाई के दिए संकेत

इसी कड़ी में शनिवार को दूसरे दिन भी डीजीपी रतूड़ी देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में तय समयानुसार 12:00 बजे से पहले ही अपने बयान दर्ज करने पहुंचे. जहां कोर्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद वो करीब एक बजकर 13 मिनट पर अपने बयान दर्ज कर कोर्ट परिसर से बाहर निकलकर अपने गंतव्य को निकले.

देहरादूनः उत्तराखंड में साल 2002-03 में हुए 253 दरोगा भर्ती घोटाला प्रकरण पर इन दिनों सुनवाई चल रही है. मामले में वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी से देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट में बयान दर्ज किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को भी डीजीपी अपना बयान दर्ज कराने सीबीआई कोर्ट पहुंचे. बीते रोज शुक्रवार को भी उन्होंने मामले में अपना बयान दर्ज कराया था. बताया जा रहा है कि सोमवार को भी फिर से डीजीपी को कोर्ट में पेश होकर मामले में अन्य सवालों के बयान दर्ज कराने होंगे.

सीबीआई कोर्ट पहुंचे डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी.

गौर हो कि, साल 2002-03 में 253 दरोगाओं के भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण पर विभागीय जांच भी गई थी, लेकिन मामले पर संतुष्टि ना मिलने पर राज्य सरकार ने भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी थी. जिसके बाद सीबीआई ने सभी तरह की जांच पड़ताल विवेचना पूरी कर साल 2014 में पूर्व डीजीपी पीडी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल समेत अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.

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जिसके बाद से ही सीबीआई कोर्ट में लगातार इस भर्ती घोटाले की सुनवाई प्रक्रिया चल रही है. सीबीआई की ओर से जांच पड़ताल में 36 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं. हालांकि, इस घोटाले में अब तक 7 दरोगा बर्खास्त भी किए जा चुके हैं. वहीं, भर्ती प्रकरण में वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी से कानूनी प्रक्रिया के तहत बयान दर्ज कराए जा रहे हैं.

इस प्रकरण के दौरान वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर तैनात थे. लिहाजा उनके बयान को भी महत्वपूर्ण मानते हुए कोर्ट प्रक्रिया के तहत दर्ज कराए जा रहे हैं. मामले में सीबीआई ने उन्हें सूचना देकर कोर्ट में पेश होकर बयान देने को कहा था. जिसके बाद डीजीपी रतूड़ी कोर्ट के समक्ष अपना बयान दर्ज करा रहे हैं.

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इसी कड़ी में शनिवार को दूसरे दिन भी डीजीपी रतूड़ी देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में तय समयानुसार 12:00 बजे से पहले ही अपने बयान दर्ज करने पहुंचे. जहां कोर्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद वो करीब एक बजकर 13 मिनट पर अपने बयान दर्ज कर कोर्ट परिसर से बाहर निकलकर अपने गंतव्य को निकले.

Intro:Summary- विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश होकर डीजीपी ने दिए अपने बयान, 2002 दरोगा भर्ती प्रकरण का मामला, घोटाले में डीजीपी के बयान महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, सोमवार को फिर हो सकते हैं डीजीपी की सीबीआई कोर्ट में बयान दर्ज।


वर्ष 2002-03 में 253 दरोगा भर्ती घोटालें प्रकरण में कोर्ट प्रक्रिया के तहत शनिवार फिर से देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट में उत्तराखंड के वर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाए इससे पहले वह बीते रोज शुक्रवार भी इस मामले में अपना बयान दर्ज करने सीबीआई कोर्ट पहुंचे थे। हालांकि जानकारी के मुताबिक सोमवार फिर से डीजीपी को कोर्ट में पेश होकर इस मामले में अन्य सवालों के बयान दर्ज कराने होंगे। बता दें कि इस भर्ती प्रकरण में वर्तमान डीजीपी से कानूनी प्रक्रिया के तहत बयान दर्ज कराए जा रहे हैं जबकि उनसे पहले लगभग 36 लोगों के सीबीआई कोर्ट में बयान दर्ज हो चुके हैं।


शनिवार देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में तय समयानुसार 12:00 बजे से पहले ही डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी दूसरे दिन अपने बयान दर्ज करने पहुंचे जहां कोर्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह लगभग एक बजकर 13 मिनट के आसपास अपने बयान दर्ज कर कोर्ट परिसर से अपने गंतव्य को निकले.

Body:मामला वर्ष 2002-03 का है जब 253 दरोगाओं के भर्ती प्रक्रिया में जमकर भ्रष्टाचार होने का का मामला सामने आया था उस समय इस घोटालें के प्रकरण पर विभागीय जांच से संतुष्ट न होने के बाद राज्य सरकार ने इस भर्ती घोटालें की जांच सीबीआई को सौंपी थी जिसके बाद सीबीआई ने सभी तरह की जांच पड़ताल विवेचना पूरी कर वर्ष 2014 में पूर्व डीजीपी पी.डी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल सहित अन्य लोगो के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। तभी से सीबीआई कोर्ट में लगातार इस भर्ती घोटाले की सुनवाई प्रक्रिया चल रही है सीबीआई की तरफ से जांच पड़ताल में 36 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं। हालांकि इस घोटाले में अब तक 7 दरोगा नौकरी से बर्खास्त किए जा चुके हैं।
वही कुछ दिन पहले ही वर्तमान डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को भी सीबीआई ने सूचना देकर कोर्ट में पेश होकर बयान देने को कहा था जिसके चलते डीजीपी रतूड़ी सीबीआई इस मामले में कोर्ट के समक्ष आकर अपना बयान दर्ज करा रहे हैं। दरसल इस भर्ती घोटाले के दौरान पुलिस वर्तमान डीजीपी उस समय पुलिस मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक के पद पर तैनात थे लिहाजा उनके बयान भी महत्वपूर्ण मानते हुए कोर्ट प्रक्रिया के तहत दर्ज कराए जा रहे हैं.
Conclusion:बहराल 16 साल पहले उत्तराखंड के पुलिस विभाग में दरोगा भर्ती घोटाले में फिलहाल कोर्ट की कानूनी प्रक्रिया अपने अंतिम पड़ाव में चल रही है ऐसे में देखना होगा कि न्यायालय प्रक्रिया आने वाले दिनों में किस ओर अपना फैसला करती है.
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