ऋषिकेश: 17 जुलाई यानी आज से सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो गई है. सावन का पवित्र महीना शुरू होते ही कांवड़ मेले की विधिवत शुरुआत हो गई. कांवड़ा यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ऋषिकेश पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
मंगलवार को ऋषिकेश पहुंचे डीजी अशोक कुमार ने पुलिस अधिकारियों को कांवड़ मेले से संबंधित जरूरी दिशा-निर्देश दिए. डीजी ने कहा कि पुलिस ने कांवड़ मेले को लेकर अपनी कमर कस ली है. मेले के दौरान किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. लक्ष्मण झूला पुल के बंद होने से थोड़ी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन पुलिस इसके लिए भी तैयार है.
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डीजी ने रूट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पैदल जाने वाले कांवड़िये रामझूला पुल से नीलकंठ जाएंगे. जबकि नीलकंठ से आने वाले कांवड़िये को मोनी बाबा से बैराज की ओर वापस भेजा जाएगा. अपने वाहनों से नीलकंठ जाने वाले यात्री लक्ष्मण झूला बाईपास से नीलकंठ मंदिर जाएंगे.
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बता दें कि ऋषिकेश के सुरक्षा के लिहाज से 5 जोन और 22 सेक्टर में बांटा गया है. सभी स्थानों पर भारी पुलिस तैनात किया गया है. कांवड़ यात्रा के दौरान सबसे ज्यादा कांवड़िये हरिद्वार, ऋषिकेश और पौड़ी में आते है. इसलिए तीनों जिलों की पुलिस को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.