मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी में बड़े पैमाने में पेड़ों पर आरियां चल रही है. जिसकी तस्दीक पेड़ के कटे ठूंठ दे रहे हैं. जिस पर अब मसूरी डीएफओ वैभव कुमार सख्त नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में डीएफओ वैभव कुमार ने तिलक रोड पर पेड़ कटान का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को पेड़ काटने की अनुमति देने पर जमकर फटकार लगाई.
हरे भरे पेड़ों को खतरनाक बताकर चलाई गई आरीः दरअसल, वन विभाग पर ठेकेदार से मिलीभगत कर हरे भरे पेड़ों को खतरनाक बताकर काटने की अनुमति देने का आरोप लगा था. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने भारी विरोध भी किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएफओ वैभव खुद निर्माण स्थल पर पहुंचे और मौके का बारीकी से निरीक्षण किया. जिस पर कई पेट कटे मिले. जिस पर उनका पारा चढ़ गया और वन अधिकारियों को जमकर फटकारा.
खतरनाक और क्षतिग्रस्त पेड़ काटना ही होगा मुश्किलः वहीं, अब मसूरी में खतरनाक और क्षतिग्रस्त पेड़ों को काटने के लिए अनुमति लेना मुश्किल हो गया है. इसके लिए पहले एसडीओ यानी सब डिविजनल ऑफिसर मौके का निरीक्षण करेंगे, उसके बाद ही वन विभाग से पेड़ काटने की अनुमति दी जाएगी. डीएफओ वैभर कुमार ने बताया कि मसूरी क्षेत्र में अब किसी भी पेड़ को काटने की अनुमति एसडीओ के निरीक्षण और रिपोर्ट आने के बाद दी जाएगी.
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वन अधिकारियों ने किन परिस्थितियों में दी पेड़ काटने की अनुमति? उन्होंने कहा कि मसूरी तिलक रोड चारलीन होटल के सामने निर्माण कार्य चल रहा है. जिसके लिए ठेकेदार ने उसकी भूमि पर मौजूद पेड़ों को खतरनाक बताकर काटने की अनुमति मांगी थी. उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों ने किन परिस्थितियों में पेड़ को काटने की अनुमति दी, इसकी जांच की जा रही है. जिसको लेकर एसडीओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद वन अधिनियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी.
जहां पेड़ काटे वहां ठेकेदार को लगाने होंगे पौधेः मसूरी डीएफओ वैभव कुमार ने निर्माण स्थल पर ठेकेदार को कटे हुए पेड़ की जगह पर पौधे लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि नोटिफाइड क्षेत्र पर किसी प्रकार का निर्माण नहीं किया जा सकता है. जिसको लेकर समय-समय पर वन विभाग की ओर से नोटिफाइड क्षेत्र में हो रहे निर्माणों को लेकर कार्रवाई की जाती है.
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मसूरी में पेड़ काटने की अनुमति नहींः वहीं, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण को भी सूचना दी जाती है. जिससे वो भी अपने स्तर से कार्रवाई कर सकें. उन्होंने कहा कि मसूरी में किसी भी तरीके से पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं है. अगर कोई भी बिना अनुमति के पेड़ काटता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.