देहरादून: प्रदेश में 7 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे. लेकिन श्रद्धालु केदारनाथ धाम में बन रहे आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि के दर्शन नहीं कर पाएंगे. पहले चरण में लगभग 20 करोड़ की लागत से बन रहा आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल का कार्य पूरा नहीं होने के कारण चारधाम यात्री दर्शन नहीं कर पाएंगे, समाधि स्थल का निर्माण 2019 में पूरा होना था.
16 जून 2013 में केदारनाथ धाम में आई भीषण आपदा से केदारनाथ मंदिर को छोड़ पूरी केदार घाटी जमींदोज हो गई थी. उसी आपदा में आदि गुरू शंकराचार्य की प्राचीन समाधि भी क्षतिग्रस्त होकर बह गई थी, जिसके बाद से आज भी गुरू शंकराचार्य के दुनिया भर में फैले अनुयायियों को समाधि स्थल के पुनर्निर्माण का इंतजार है. हालांकि, आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल का पुननिर्माण कार्य चल रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ में साल 2017 में जिन पांच योजनाओं का शिलान्यास किया था, उन्हीं योजनाओं में पहले चरण के लिए लगभग 20 करोड़ की लागत से आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल का पुननिर्माण कार्य भी शामिल था. आदि गुरू शंकराचार्य के समाधि स्थल का पुनर्निर्माण कार्य साल 2017 से ही शुरू हो गया था और इसका निर्माण इंटीग्रेटेड आइडिया एजेंसी लिमिटेड के मॉडल के अनुसार किया जा रहा है.
इंटीग्रेटेड आइडिया कंपनी द्वारा तैयार किए गए मॉडल के अनुसार ही समाधि स्थल को बनाया जा रहा है. समाधि स्थल में जाने और आने का अलग-अलग रास्ता होगा. करीब 13 मीटर गोलाई में बन रही समाधि के मध्य में आदि गुरू शंकराचार्य की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी.