ETV Bharat / state

मॉनसून के आने से बढ़ा डेंगू का प्रकोप, 11 मरीजों में हुई पुष्टि

मॉनसून के आने से एक बार फिर सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है. अभी तक 11 मरीजों के डेंगू की जांच हुई है जिनमें से 3 मरीज अन्य जिलों के थे. उन मरीजों का इलाज यहां चल रहा था. इस वजह से  प्रशासनिक स्तर पर 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है.

author img

By

Published : Jul 18, 2019, 3:47 PM IST

सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है

देहरादूनः मॉनसून के आने से एक बार फिर सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है. ऐसे में प्रशासन ने स्वास्थ्य महकमे को भी अलर्ट पर रखा है. इस क्रम में दून अस्पताल के सीएओ डॉ. एसपी गुप्ता ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया. जांच के बाद सीएमओ ने सभी डॉक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

यह भी पढ़ेः शिष्य ने गुरू पर किया धारदार हथियार से हमला, एम्स में एडमिट

वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि डेंगू के मरीजों में लक्षण पाए जाने के बाद दून मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया. दून में अभी तक 11 मरीजों के डेंगू की जांच हुई है जिनमें से 3 मरीज अन्य जिलों के थे. उन मरीजों का इलाज यहां चल रहा था. इस वजह से प्रशासनिक स्तर पर 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. और देहरादून में अभी तक 8 मरीज डेंगू से ग्रसित है. सरकारी अस्पतालों के सभी ओपीडी के माध्यम से डेंगू पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है.


सभी निजी अस्पतालों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि किसी मरीज में बुखार के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज में एलाइजा टेस्ट करवाए जाए. साथ में अस्पतालों को अवगत करा दिया गया है कि मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनवाया जाए.

विभाग द्वारा बीते अप्रैल माह से नगर निगम के सहयोग से प्रत्येक मोहल्ले में फॉगिंग करवाई जा रही है. और आशा कार्यकत्रियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी मोहल्ले में डेंगू से पीड़ित मरीज पाया जाता है तो ऐसे में आसपास के घरों में विशेष नजर रखा जाए. प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी डेंगू को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा विशेष प्रयास कर रहा है. आइसोलेशन वार्ड के बराबर में एक और वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज हो सके.

देहरादूनः मॉनसून के आने से एक बार फिर सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है. ऐसे में प्रशासन ने स्वास्थ्य महकमे को भी अलर्ट पर रखा है. इस क्रम में दून अस्पताल के सीएओ डॉ. एसपी गुप्ता ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया. जांच के बाद सीएमओ ने सभी डॉक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

यह भी पढ़ेः शिष्य ने गुरू पर किया धारदार हथियार से हमला, एम्स में एडमिट

वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि डेंगू के मरीजों में लक्षण पाए जाने के बाद दून मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया. दून में अभी तक 11 मरीजों के डेंगू की जांच हुई है जिनमें से 3 मरीज अन्य जिलों के थे. उन मरीजों का इलाज यहां चल रहा था. इस वजह से प्रशासनिक स्तर पर 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. और देहरादून में अभी तक 8 मरीज डेंगू से ग्रसित है. सरकारी अस्पतालों के सभी ओपीडी के माध्यम से डेंगू पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

सूबे में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है.


सभी निजी अस्पतालों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि किसी मरीज में बुखार के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज में एलाइजा टेस्ट करवाए जाए. साथ में अस्पतालों को अवगत करा दिया गया है कि मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनवाया जाए.

विभाग द्वारा बीते अप्रैल माह से नगर निगम के सहयोग से प्रत्येक मोहल्ले में फॉगिंग करवाई जा रही है. और आशा कार्यकत्रियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी मोहल्ले में डेंगू से पीड़ित मरीज पाया जाता है तो ऐसे में आसपास के घरों में विशेष नजर रखा जाए. प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी डेंगू को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा विशेष प्रयास कर रहा है. आइसोलेशन वार्ड के बराबर में एक और वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज हो सके.

Intro:डेंगू का प्रकोप बढ़ने के साथ ही प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है इसी कड़ी में देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस पी गुप्ता ने दून मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ केके टम्टा समेत सभी संबंधित अधिकारियों ने दून मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया और देहरादून के सीएमओ ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश अस्पताल प्रबंधन को जारी किए।


Body:देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक गुप्ता ने बताया कि डेंगू के मरीजों में लक्षण पाए जाने के बाद दून मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया है, इस दौरान उन्होंने कहा कि देहरादून में 11 मरीजों में अभी तक डेंगू की पुष्टि हुई है जिसमें से 3 मरीज अन्य जिलों से थे चुकी इन मरीजों का इलाज यहां चल रहा है इसलिए प्रशासनिक स्तर पर 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है देहरादून में केवल अभी तक 8 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। सरकारी अस्पतालों की सभी ओपीडी के माध्यम से डेंगू से पीड़ित मरीजों का समुचित इलाज किया जा रहा है। वर्तमान में सिर्फ 1 मरीज कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती है, जिसका मां की चिकित्सक द्वारा समुचित इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी निजी अस्पतालों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि किसी मरीज में बुखार के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज में उस पर इसका एलाइजा टेस्ट करवाए जाए। साथ ही सभी निजी अस्पतालों को यह कहा गया है कि डेंगू से पीड़ित मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनवाया जाए। विभाग द्वारा बीते अप्रैल माह से नगर निगम के सहयोग से प्रत्येक मोहल्ले में फागिंग करवाई जा रही है। आशा कार्यकत्रियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं, कि यदि किसी मोहल्ले में डेंगू से पीड़ित मरीज पाया जाता है तो ऐसे में आसपास के घरों में विशेष नजर बना करके रखा जाए। प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी डेंगू को रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा विशेष प्रयास कर रहा है।

बाईट- डॉ एस के गुप्ता, सीएमओ, देहरादून


Conclusion:दरअसल बीते वर्ष राजधानी देहरादून में 314 मरीजों मे डेंगू की पुष्टि हुई थी, लेकिन देहरादून में 8 मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एस के गुप्ता ने दून मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया और कहा कि डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड के बराबर में एक और वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित इलाज हो सके इसके लिए दून मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ केके टम्टा को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि समय-समय पर आइसोलेशन वार्ड पर स्प्रे का छिड़काव किया जाए और पर्याप्त मात्रा मे डेंगू से सम्बंधित दवाइयों का भंडारण रखा जाए।


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.