देहरादून: उत्तराखंड में मॉनसून सीजन (Monsoon Season in Uttarakhand) आते ही यूं तो डेंगू का खतरा काफी बढ़ जाता है, लेकिन इसको लेकर सबसे ज्यादा चिंता मैदानी जिलों को लेकर ही दिखाई देती है. हालांकि इस बार राज्य के 2 जिलों में डेंगू (Dengue cases in Uttarakhand) के सबसे ज्यादा मामले दिखाई दे रहे हैं, जिसमें देहरादून के साथ पौड़ी जिला (Dengue cases in Dehradun Pauri) भी शामिल है.
उत्तराखंड में मैदानी जिलों के साथ पहाड़ी जिले में भी इस बार डेंगू पांव पसारता हुआ दिखाई दे रहा है. आंकड़े तस्दीक करते हैं कि राज्य में पिछले 10 दिन के भीतर डेंगू के दो गुने से भी ज्यादा मामले बढ़ गए हैं. स्थिति यह है कि कुल मामलों में से करीब आधे मामले राजधानी देहरादून में मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर पौड़ी जिला दिखाई दे रहा है. बता दें कि राज्य में 17 अगस्त को कुल 17 मामले रिकॉर्ड किए गए थे. 19 अगस्त को यह आंकड़ा 19 पहुंच गया. 22 अगस्त को इसमें बढ़ोत्तरी हुई और आंकड़ा 22 पहुंच गया. इसके बाद अगले 4 दिनों में इस आंकड़े ने तेजी से बढ़ोत्तरी की और 26 अगस्त को डेंगू के राज्य में 45 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं.
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इसमें राजधानी देहरादून में अकेले 20 डेंगू के मामले मिले हैं. पौड़ी जनपद में कुल 19 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. इसके अलावा हरिद्वार और नैनीताल जिले में 3-3 मामले मिले हैं. इसको लेकर उत्तराखंड प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार कहते हैं कि लगातार स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मामलों पर नजर बनाए हुए है. साफ पानी इकट्ठा ना हो इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग (Uttarakhand Health Department) की टीम भी जगह-जगह जाकर डेंगू के लार्वा को लेकर निगरानी रख रही है. डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि देहरादून जिले में हर तीसरे साल डेंगू के मामले बेहद ज्यादा अनियंत्रित होते हैं. यह साल तीसरा साल है लिहाजा एहतियातन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जागरूकता और सवाधानी बढ़ाई जा रही है.