देहरादून: औली की तर्ज पर कुमाऊं मंडल के मुनस्यारी और धारचूला को विंटर स्नो गेम्स क्षेत्र घोषित करने की मांग ने तूल पकड़ लिया है. गुरुवार को मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मार्तोलिया के साथ आए दल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से मुलाकात का समय मांगा है.
बता दें कि जिला पंचायत सदस्य जगत मार्तोलिया के मुताबिक उत्तराखंड बने 20 साल हो चुके हैं, लेकिन मुनस्यारी और धारचूला के लोग हिमपात को हिमोत्सव में नहीं बदल सके हैं. मर्तोलिया का कहना है कि पहाड़ों में जब बर्फबारी होती है तो देश और विदेश से सैलानी उन क्षेत्रों में आते हैं, जिससे वहां रोजगार के अवसर सृजन होते हैं.
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मुनस्यारी के बेटुलीधार मे जिसकी ऊंचाई समुद्र की सतह से 2300 मीटर है, इन दिनों वहां 4 से 5 फीट बर्फ जमी हुई है. जिसमें स्नो-स्कीइंग सहित साल भर में होने वाली स्नो गेम्स आयोजित किये जा सकते हैं. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे और पर्यटन को भी बल मिलेगा.
सदस्य जिला पंचायत जगत मार्तोलिया की प्रमुख मांगें-
- हिमोत्सव की रूपरेखा बनाकर पूर्व में संपूर्ण तैयारी की जाए.
- मोटर मार्गो पर बर्फ में यात्रा के लिए विशेष वाहन चलाए जाएं, जिनके टायरों में लोहे की जाली युक्त चेन हों, जिनका रोमांच और साहसी पर्यटन के क्षेत्र में नया प्रयोग हो.
- हिमोत्सव मे स्नो स्कीइंग, हिम कला जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएं.
- मुनस्यारी बर्फबारी की सफेद चादर से ढका हुआ है, उसके बावजूद वहां होटल खाली पड़े हैं और स्थानीय लोग बेरोजगार हैं. ऐसे में विंटर स्नो गेम्स से वहां हो रहे पलायन को रोका जा सकता है.
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मर्तोलिया का आरोप है कि राज्य सरकारों ने राज्य गठन के बाद से ही इस ओर कोई प्रयास नहीं किया. ऐसे में उन्होंने मुनस्यारी-धारचूला के क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद हिमोत्सव का आयोजन करने की मांग की. जिससे वहां हो रहे पलायन को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि मुनस्यारी में जमकर बर्फबारी हो रही. बावजूद उसके वहां होटल खाली पड़े हैं और पर्यटकों के न पहुंचने के कारण स्थानीय लोग बेरोजगार घूम रहे हैं.