देहरादून: बीमा पॉलिसी के नाम पर ₹68 लाख की साइबर क्राइम धोखाधड़ी मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दिल्ली के एक बैंक अधिकारी को गिरफ्तार किया है. बंद पड़ी बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण और प्रीमियर को शेयर मार्केट में लगाकर भारी मुनाफा दिलाने के नाम पर फ्रॉड करने मामले में दर्ज मुकदमे के आधार पर STF ने दिल्ली स्थित IDFC बैंक मैनेजर आदित्य त्यागी (पुत्र विनोद कुमार उम्र 28 साल निवासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी को देहरादून कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. वहीं, धोखाधड़ी के इस मामले में मुख्य अभियुक्त देवेश नंदी की अगस्त 2021 में ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
अपराध का तरीका: STF एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायतें मिल रही थीं कि ठग आम जनता को फोन कर स्वयं को बीमा एजेंट बताकर बीमा पॉलिसी के प्रीमियम की किस्त जमा करने व प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने का लालच देकर धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
दून निवासी महिला से हुई 68 लाख की ठगी: इसी कड़ी में देहरादून की रायपुर निवासी एक महिला ने एक जुलाई 2021 को देहरादून साइबर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायतकर्ता के अनुसार, उनको एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन से संपर्क किया और खुद को बीमा पॉलिसी एजेंट बताया. उस शख्स ने कहा कि उनके भाई की बीमा पॉलिसी का प्रीमियम जमा न होने के कारण पॉलिसी समाप्त हो रही है. इसके साथ ही साल 2014 से 2021 तक बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण और पॉलिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करीब 68 लाख रुपये की धोखाधड़ी उनके साथ की गई.
महिला की शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में धारा 420, 120बी IPC व 66(डी) IT एक्ट में केस दर्ज किया गया. केस की जांच साइबर थाने के निरीक्षक विकास भारद्वाज को सौंपी गई.
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दिल्ली-एनसीआर पहुंची जांच: जांच में आरोपियों द्वारा इस्तेमाल मोबाइल नंबर, ई-वॉलेट और बैंक खातों के बारे में जानकारी ली गयी तो पता चला कि धनराशि दिल्ली-एनसीआर व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न बैंक खातों में जमा करायी गयी है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य के अलग-अलग जिलों के कई लोगों के फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाइल नंबर का प्रयोग किया गया था. महिला से ठगी गई धनराशि को विभिन्न बैक खातों में डालने के लिए फर्जी नाम पते पर आधार कार्ड व वोटर कार्ड बनाकर विभिन्न बैकों में फर्जी कंपनियों के नाम से खाते खोले गये थे.
जांच टीम ने बैंक व टेलीकॉम कम्पनियों से मिली जानकारी के विश्लेषण के बाद सभी सबूत इकट्ठे किये गए और एक पुलिस टीम को तत्काल दिल्ली-एनसीआर व उत्तर प्रदेश रवाना किया गया. पुलिस टीम ने दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न बैकों में जाकर अभियुक्तो के खातों की जानकारी हासिल की.
अगस्त में गिरफ्तार हो चुका है मुख्य आरोपी: इस कड़ी में बीते 14 अगस्त 2021 को मुख्य अभियुक्त देवेश नंदी को नोएडा से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों के बारे में बताया था. तभी से एसटीएफ दिल्ली बाराखंबा रोड आईडीएफसी बैंक के फील्ड मैनेजर आदित्य त्यागी के खिलाफ सबूत जुटा रही थी. इन्हीं कड़ियों को जोड़ते हुए अब पुलिस ने आदित्य त्यागी को दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किया. आदित्य त्यागी ने ही मुख्य आरोपी देवेश नंदी के लिए विभिन्न बैंक खाते खुलवाए थे और उनका फर्जी सत्यापन किया गया. इन्हीं बैंक खातों में ठगी गई धनराशि को डाला गया था.
JustDial से जवाब मांगा गया: मुख्य अभियुक्त से पूछताछ पर एसटीएफ को महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं. अभियुक्त अपने साथियों के साथ मिलकर बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण और प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने का धोखा देकर लोगों को ठगता था. मुख्य आरोपी देवेश नंदी लोगों के खातों की जानकारी JustDial प्लेटफार्म से लेता था, जिस क्रम में JustDial नोडल को भी जवाब तलब किया गया है.