देहरादून: यातायात पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के अन्तर्गत पथ दर्शक कार्यक्रम किया जाएगा. जिसमें 18 से 30 साल के युवा वर्ग को आवेदन पत्र के माध्यम से आमंत्रित किया गया है. प्राप्त आवेदन की स्क्रीनिंग कर 10-15 युवाओं को चयनित किया जाएगा. जिन्हें एक महीने तक अधिकारियों के साथ रहकर यातायात संचालन की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा. साथ ही अलग-अलग चौराहों पर इनसे ड्यूटी भी करवाई जाएगी.
इस प्रोग्राम से छात्रों को भविष्य में रोजगार में सहायता मिल सकता है. इसके लिए आवेदन शुरू हो गए हैं. जिसकी अंतिम तिथि 20 मई है. 20 मई तक आवेदन आने के बाद कमेटी 10 से 15 युवाओं को चयनित करेगी. 28 मई से 26 जून तक ये कार्यक्रम चलेगा.पथदर्शक चयन के लिए पांच सदस्य एक कमेटी बनाई गई है. एसपी ट्रैफिक अध्यक्ष,सदस्य कृष्णा मेनन कॉलेज मुंबई के निदेशक अम्येय महाजन,सदस्य सीओ ट्रैफिक, सदस्य एआरटीओ प्रवर्तन राजेंद्र सिंह और सदस्य एई लोक निर्माण विभाग के मुस्ताक आलम इसमें शामिल हैं. इस कमेटी द्वारा चयनित युवा निर्धारित कार्यक्रम एक महीने में प्रतिदिन 03-04 घंटे तिराहों और चौराहों पर यातायात पुलिस के साथ काम कर सकेंगे. जिसके बाद चयनित युवाओं को सम्मानित कर सर्टिफिकेट भी दिया जायेगा.साथ ही सभी युवाओं को यातायात का संचालन, यातायात सम्बन्धी टेक्नोलॉजी से परिचय, Road Accident & Crush investigation/ CCTV Vigilance /Dron का यातायात मैनेजमेंट में उपयोग सम्बन्धी आदि जानकारी दी जायेगी.
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एसपी ट्रैफिक अक्षय कोड़े ने बताया देहरादून राजधानी होने के कारण यहां यातायात की व्यवस्था को सुधारना चुनौतीपूर्ण है. इसी पुलिसिंग में सोशल पुलिसिंग का एक्सपेरिमेंट करते हुए देहरादून यातायात पुलिस एक फैलोशिप शुरू करने जा रहे है. यह प्रोग्राम 30 दिन का होगा. साथ ही युवाओं से पार्किंग के लिए सर्वे कराया जाएगा. एक्सीडेंट वाले स्थानों पर पथदर्शकों को भेजा जाएगा. इसके लिए वह क्रैश इन्वेस्टिगेशन सेल के साथ मिलकर दुर्घटनाओं का पता लगाएंगे. साथ ही आईआईटी रुड़की से भी संपर्क किया जा रहा है. इस प्रोग्राम में भी इंजीनियरिंग के कुछ छात्रों को शामिल किया जाएगा.