देहरादून: एससी-एसटी छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों पर एसआईटी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. मामले में संलिप्त वर्तमान संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल और जिला समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ निचली अदालत से गैर जमानती वारंट जारी हो गया है. जिसके बाद से एसआईटी आरोपियों की तलाश कर रही है. ऐसे में कभी भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.
बता दें कि एससी-एसटी छात्र-छात्राओं के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर छात्रवृत्ति देने के मामले में करोड़ों का फर्जीवाड़ा हुआ है. वहीं इससे पहले समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट स्टे लिया था. लेकिन बीते 17 सितंबर को कोर्ट से गिरफ्तारी का स्टे खारिज होने के बाद से वो फरार चल रहे हैं. वहीं अब निचली अदालत से गैर जमानती वारंट जारी हो गया है. जिसके बाद से एसआईटी आरोपी गीताराम नौटियाल की तलाश कर रही है.
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वहीं, इस घोटाले में हरिद्वार के तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लेकिन अनुराग शंखधर को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है. ऐसे में अब निचली अदालत से गैर जमानती वारंट जारी के बाद जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.