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आखिर 4 साल के बाद खत्म हुआ विवाद, टैक्सी यूनियन ने किया 6 लाख का भुगतान

टैक्सी यूनियन ने देहरादून रेलवे स्टेशन के बाहर के बने टैक्सी स्टैंड के 4 साल का बकाया भुगतान कर दिया है. इसके अलावा टैक्सी यूनियन रीमॉडलिंग काम पूरा होने के बाद प्रति महीने किराया भुगतान करने को भी तैयार हो गया है.

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Published : Nov 15, 2019, 8:03 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 9:56 PM IST

taxi stand dispute

देहरादूनः आखिरकार 4 साल बाद रेलवे स्टेशन के बाहर बने टैक्सी स्टैंड का विवाद खत्म हो गया है. टैक्सी यूनियन ने रेलवे का करीब 6 लाख रुपये का किराया भुगतान कर दिया है. साथ ही टैक्सी यूनियन यार्ड में रीमॉडलिंग काम के बाद प्रति महीने किराया का भुगतान करने के लिए भी तैयार हो गया है.

बता दें कि, टैक्सी यूनियन ने बीते 4 साल से देहरादून रेलवे स्टेशन के बाहर के बने टैक्सी स्टैंड का किराया भुगतान नहीं किया था. जिसे लेकर रेलवे प्रशासन इस टैक्सी स्टैंड को हटाने की कार्रवाई करने की तैयारी में था. जिसके चलते कई बार रेलवे प्रशासन और टैक्सी यूनियन के बीच विवाद भी हुआ था. मामले पर बीते 12 अक्टूबर को डीआरएम ने टैक्सी यूनियन को 15 दिन के भीतर किराये भुगतान करने के निर्देश दिए थे. साथ ही भुगतान नहीं होने पर टैक्सी स्टैंड हटाने को कहा था.

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वहीं, इस अल्टीमेटम के बाद टैक्सी यूनियन ने बीते 4 साल का बकाया भुगतान कर दिया है. इसके अलावा टैक्सी यूनियन रीमॉडलिंग कार्य पूरा होने के बाद प्रति महीने किराया भुगतान करने को तैयार हो गया है. देहरादून रेलवे डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि टैक्सी स्टैंड को खाली कराने को लेकर काफी विवाद हुआ था. अब टैक्सी यूनियन ने किराया भुगतान कर लिया है. साथ ही कहा कि टैक्सी यूनियन हर महीने किराया देते हैं तो इसमें कोई समस्या नहीं है.

देहरादूनः आखिरकार 4 साल बाद रेलवे स्टेशन के बाहर बने टैक्सी स्टैंड का विवाद खत्म हो गया है. टैक्सी यूनियन ने रेलवे का करीब 6 लाख रुपये का किराया भुगतान कर दिया है. साथ ही टैक्सी यूनियन यार्ड में रीमॉडलिंग काम के बाद प्रति महीने किराया का भुगतान करने के लिए भी तैयार हो गया है.

बता दें कि, टैक्सी यूनियन ने बीते 4 साल से देहरादून रेलवे स्टेशन के बाहर के बने टैक्सी स्टैंड का किराया भुगतान नहीं किया था. जिसे लेकर रेलवे प्रशासन इस टैक्सी स्टैंड को हटाने की कार्रवाई करने की तैयारी में था. जिसके चलते कई बार रेलवे प्रशासन और टैक्सी यूनियन के बीच विवाद भी हुआ था. मामले पर बीते 12 अक्टूबर को डीआरएम ने टैक्सी यूनियन को 15 दिन के भीतर किराये भुगतान करने के निर्देश दिए थे. साथ ही भुगतान नहीं होने पर टैक्सी स्टैंड हटाने को कहा था.

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वहीं, इस अल्टीमेटम के बाद टैक्सी यूनियन ने बीते 4 साल का बकाया भुगतान कर दिया है. इसके अलावा टैक्सी यूनियन रीमॉडलिंग कार्य पूरा होने के बाद प्रति महीने किराया भुगतान करने को तैयार हो गया है. देहरादून रेलवे डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि टैक्सी स्टैंड को खाली कराने को लेकर काफी विवाद हुआ था. अब टैक्सी यूनियन ने किराया भुगतान कर लिया है. साथ ही कहा कि टैक्सी यूनियन हर महीने किराया देते हैं तो इसमें कोई समस्या नहीं है.

Intro:रेलवे स्टेशन के बाहर बने टैक्सी स्टैंड का आखिरकार 4 साल बाद विवाद खत्म हो गया है।टैक्सी यूनियन ने रेलवे स्टेशन को 2015 से बकाया 6 लाख के करीब किराये का भुगतान कर दिया है।साथ ही यार्ड में रिमांडलिंग काम के बाद टैक्सी यूनियन प्रति महीने किराया का भुगतान करने के लिए भी तैयार है।रेलवे प्रशासन ने पिछले 4 सालों में किराया नही आने पर टैक्सी स्टैंड को हटाने की प्रक्रिया में लगा हुआ था जिस चलते कई बार रेलवे प्रशासन और टैक्सी यूनियन के बीच विवाद भी हुआ था।लेकिन 12 अक्टूबर को आये डीआरएम ने सख्त निर्देश देते हुए टैक्सी यूनियन को 15 दिन का समय दिया था ओर 15 दिन बाद टैक्सी स्टैंड को हटाने के निर्देश दे दिए थे लेकिन टैक्सी यूनियन ने 15 दिन के भीतर ही पिछले 4 साल का बकाया किराया रेलवे प्रशासन को दे दिया।


Body:टैक्सी यूनियन 2015 से स्टैंड का किराया रेलवे को नहीं दे रही थी स्टैंड को हटाने के पीछे एक यही भी कारण था।12 अक्टूबर को मुरादाबाद मंडल के डीआरएम रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था ओर इस दौरान डीएम ने कहा था कि अगर टैक्सी स्टैंड का सशक्त भुगतान नहीं करती है तो प्रशासन की मदद से रेलवे की जमीन को खाली कराया जाए।लेकिन टैक्सी यूनियन ने 2015 से अभी तक का भुगतान कर दिया है इसके अलावा टैक्सी यूनियन रीमॉडलिंग कार्य पूरा होने के बाद प्रति महीने किराया के भुगतान को भी तैयार है।टैक्सी स्टैंड से हर महीने किराये का भुगतान होने से रेलवे प्रशासन के राजस्व में बढ़ोतरी होनी तय है।


Conclusion:देहरादून रेलवे डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि 2015 टैक्सी यूनियन को खाली स्टैंड खाली कराने पर काफी विवाद हुआ था और उस समय के तत्कालीन डीएम और डीआरएम से बातचीत करने के बाद निर्णय लिया गया था कि 5 टैक्सियों की जगह रेलवे स्टेशन के पास दी जाए तो यह जगह जुलाई 2015 से स्टैंड बना रखा है लेकिन टैक्सी यूनियन के अब तक का किराया नही दिया था।डीआरएम के निरक्षण के बाद 4 साल के करीब 6 लाख रुपए का नोटिस जारी किया था।अगर टैक्सी यूनियन नही देते तो इनको हटाने का हमारे पास आदेश था इन लोगो ने 15 दिन का समय मांगा था और 15 दिनों के अंदर टैक्सी यूनियन अब तक का पूरा किराया दे दिया है।साथ ही भविष्य में भी कहा गया है कि किराया महीने में देना है तो अब रेलवे प्रशासन जल्द निर्णय करेगा कि इन लोगो को रेलवे स्टेशन पर किस तरफ जगह देनी है।और अगर किराया हर महीने देते है तो हमें कोई समस्या नही है।

बाइट-गणेश चंद(डारेक्टर,रेलवे स्टेशन)
Last Updated : Nov 15, 2019, 9:56 PM IST
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