देहरादून: उत्तराखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य को देहरादून पुलिस ने कथित तौर पर लापता विभागीय निदेशक और अपर सचिव वी.षणमुगम मामले में पत्र लिखकर जवाब भेजा है. अपने जवाबी पत्र में पुलिस ने मंत्री को अवगत कराया है कि उनके द्वारा अपर सचिव वी.षणमुगम को लेकर जो लापता और अपहरण जैसी शिकायत दी गई थी, उसमें जांच करने पर किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं पाई गई.
पुलिस ने लिखा मंत्री रेखा आर्य का पत्र
पुलिस ने पत्र में लिखा है कि मामले में तत्काल जांच और छानबीन में पाया गया कि संबंधित अपर सचिव (आईएएस अधिकारी) अपने सरकारी आवास पर होम क्वारंटाइन हैं. ऐसे में पुलिस के जवाबी पत्र से यह साफ हो गया कि मंत्री रेखा आर्य द्वारा अपने विभागीय आईएएस अपर सचिव को लेकर जो अपहरण, लापता और भूमिगत होने जैसा प्रार्थना पत्र देहरादून डीआईजी को दिया गया था उसमें कोई सच्चाई नहीं है.
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होम क्वारंटाइन पाए गए आईएस अधिकारी
बता दें कि दो दिन पहले ही महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने अपने विभागीय अपर सचिव के द्वारा एक टेंडर प्रक्रिया में फोन ना उठाने और अपने बारे में खबर ना देने के चलते पुलिस को पत्र लिखकर गुमराह करने का मामला सामने आया था. हालांकि, पुलिस की जांच की में संबंधित आईएएस अधिकारी अपने सरकारी आवास राजपुर रोड में होम क्वारंटाइन में पाए गए.
मंत्री पर कानूनी कार्रवाई की मांग तेज
उधर मंत्री रेखा आर्य द्वारा आईएएस अधिकारी पर सरकारी मशीनरी द्वारा दबाव बनाने के मामले को लेकर लगातार राजनीतिक और कानून के जानकार इसे सत्ता का दुरुपयोग बता रहे हैं. इतना ही नहीं अब इस बात की मांग भी हो रही है कि जिस तरह से मंत्री रेखा आर्य ने जो हरकत की है, उसके चलते उन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि कोई इस तरह से भविष्य में सत्ता का दुरुपयोग न कर सके.
टिहरी आवास पर क्वारंटाइन हैं अपर सचिव
जानकारी के मुताबिक, कथित तौर पर लापता अपर सचिव पिछले 2 दिन से राजपुर रोड स्थित अपने टिहरी सरकारी आवास में एहतियातन होम क्वारंटाइन हैं. दरअसल, मंत्री रेखा आर्य द्वारा देहरादून पुलिस को लापता अधिकारी का शिकायती पत्र देने के बाद जब एसपी क्राइम लोकगीत द्वारा अधिकारी को फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था. ऐसे में तत्काल उनकी खोजबीन शुरू की गई. जिसमें पता चला कि वह राजपुर के टिहरी सरकारी आवास पर हैं.