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लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी देहरादून पुलिस, SSP ने थाना प्रभारियों को दिए ये निर्देश

मासिक अपराध समीक्षा बैठक में एसएसपी ने थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र के संवेदनशील व अतिसंवेदशील मतदान केद्रों के बारे में जानकारी देने को कहा है. साथ ही पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के अनुसार वहां सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए.

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Published : Feb 11, 2019, 12:17 PM IST

देहरादून पुलिस.

देहरादून: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दलों के साथ प्रशासन और पुलिस भी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. देहरादून एसएसपी ने पुलिस लाइन में मासिक अपराध समीक्षा बैठक में क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों को चुनाव से संबंधित जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

पढ़ें- रुड़की शराब कांड पर बजट सत्र में हो सकता है हंगामा, प्रीतम ने सत्र को बताया ऐतिहासिक

मासिक अपराध समीक्षा बैठक में एसएसपी ने थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र के संवेदनशील व अतिसंवेदशील मतदान केद्रों के बारे में जानकारी देने को कहा है. साथ ही पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के अनुसार वहां सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए. इसके साथ अभी से ऐसे लोगों पर भी नजर रखने के आदेश दिए गए है जो चुनाव में विवाद उत्पन्न कर सकते है.

वहीं थाना प्रभारियों को कहा गया है कि चुनाव के दौरान बाहर से आने वाले अद्धसैनिक बलों के रुकने की जगह चयनित कर वहां आवश्यक सुविधा उपलब्ध की जाए. इसके अलावा शस्त्र धारकों के सम्बन्ध में एसएसपी ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए है कि लाइसेंस शस्त्र धारकों की सूची का मिलान जिलाधिकारी कार्यालय से करवाए, ताकि शस्त्र जमा कराने की प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो.

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देहरादून: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दलों के साथ प्रशासन और पुलिस भी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. देहरादून एसएसपी ने पुलिस लाइन में मासिक अपराध समीक्षा बैठक में क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों को चुनाव से संबंधित जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

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मासिक अपराध समीक्षा बैठक में एसएसपी ने थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र के संवेदनशील व अतिसंवेदशील मतदान केद्रों के बारे में जानकारी देने को कहा है. साथ ही पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के अनुसार वहां सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए. इसके साथ अभी से ऐसे लोगों पर भी नजर रखने के आदेश दिए गए है जो चुनाव में विवाद उत्पन्न कर सकते है.

वहीं थाना प्रभारियों को कहा गया है कि चुनाव के दौरान बाहर से आने वाले अद्धसैनिक बलों के रुकने की जगह चयनित कर वहां आवश्यक सुविधा उपलब्ध की जाए. इसके अलावा शस्त्र धारकों के सम्बन्ध में एसएसपी ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए है कि लाइसेंस शस्त्र धारकों की सूची का मिलान जिलाधिकारी कार्यालय से करवाए, ताकि शस्त्र जमा कराने की प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो.

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एंकर-- एक झटके में कितने ही बच्चे अनाथ हो गए, कितनी महिलाओं के माथे का सिंदूर मिट गया और कितने मां-बाप से उनके बेटे हमेशा के लिए दूर चले गए। जी हा बुद्धवार की वो काली रात जब एक के बाद एक मौत होने का सिलसिला शुरू हुआ और आज तक नही थमा, मौत का कारण बनी जहरीली शराब, जो सीमावर्ती इलाकों के गाँव में बनाई जाती थी और बेची जाती थी, शायद प्रशासन को भी इस अवैध शराब के धंधे की खबर हो लेकिन इस शराब से इतनी बड़ी त्रासदी होने का अंदाजा प्रशासन को कतई नही था, ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है कि इन गाँवो से कच्ची शराब उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में सप्लाई होती रही है जिसका परिणाम पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की छापेमारी में सामने आया है, पुलिस न संयुक्त रूप से आबकारी विभाग के साथ कच्ची शराब को पकड़ने के लिए अभियान चलाया और घाड़ क्षेत्र के कई गाँवो के जंगलों में छापेमारी की, भले ही प्रशासन इस बड़ी त्रासदी के बाद जागा हो लेकिन पहुँचा बिल्कुल सटीक जगह, जहां कच्ची शराब का धंधा जोरो पर किया जा रहा था, हालांकि शराब तस्कर पुलिस के हाथ नही लग पाए लेकिन टीम को कई सौ लीटर कच्ची शराब की खेप बरामद हुई, और शराब बनाने की भट्टियां मिली, टीम ने शराब को जब्त करते हुए शराब बनाने वाले उपकरणों को नष्ट कर दिया, सवाल ये है कि प्रशासन इस बड़ी घटना के बाद ही क्यों जागा, इससे पहले इस तरह की कार्यवाही क्यों नही की गई, जबकि आज टीम सटीक जगह पहुँची और अवैध कारोबार पर प्रहार किया गया, लेकिन आज भी शराब तस्कर फरार होने में कामयाब रहे, 
बाइट-- प्रदीप चौहान (कोतवाल मंगलौंर)

        *एक्सक्लुसिव वीडियो*
:- कच्ची शराब पर छापेमारी में भले ही प्रशासन के हाथ कामयाबी लगी हो लेकिन प्रशासन शायद अब भी इस घटना से कोई सबक नही ले रहा है, वीडियो में आप साफ देख सकते है पुलिस, जंगलों से बरामद हुई शराब को नष्ट कराने में स्थानीय बच्चो को लगा रही है, बच्चे गढ्ढे से कच्ची शराब को बहा रहे है और पुलिस के जवान खड़े तमाशा देख रहे है। जिन बच्चो को मौके पर ही नही होना चाहिए था और इस शराब से दूर रखना चाहिए था, उन्ही बच्चो से पुलिस पकड़ी गयी शराब को नष्ट कराने का काम ले रही है, वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह बच्चा गढ्ढे से शराब निकालकर जमीन पर बहा रहा है, और कई बच्चे आस-पास खड़े है, ये भी पुलिस की छापेमारी पर सवाल खड़े कर रहा है।
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