देहरादून: ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत देहरादून पुलिस ने 60 ड्रॉपआउट बच्चों और 203 नए बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया है. ऑपरेशन मुक्ति अभियान का द्वितीय चरण 1 अप्रैल 2023 से 30 अप्रैल तक चलेगा. जिसके तहत शिक्षा से वंचित चिन्हित किए गए बच्चों के स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया शुरू की गई है.
डीजीपी की पहल पर प्रदेश भर में ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें ऐसे बच्चे, जो भिक्षाटन, कूड़ा बीनने के कारण या किसी अन्य कारणों से शिक्षा से वंचित हैं, उनको मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प उत्तराखंड पुलिस ने लिया है. प्रथम चरण मे जनपद देहरादून से ऑपरेशन मुक्ति अभियान के अंतर्गत दाखिला कराए गए बच्चों का सत्यापन किया गया.
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इस सत्यापन में 232 बच्चे लगातार स्कूल जाकर शिक्षा ग्रहण करते पाए गए. जबकि 60 ड्रॉप आउट बच्चों की काउंसलिंग करके उन्हें दोबारा स्कूल में दाखिला कराया गया. ऑपरेशन मुक्ति अभियान का द्वितीय चरण दिनांक 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा. जिसमें शिक्षा से वंचित चिन्हित किए गए बच्चों का स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया की चलेगी.
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया ऑपरेशन मुक्ति का उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाना है. ताकि उसे शिक्षित कर भारत के सर्वांगीण विकास में भागीदार बनाया जा सके. इस मुहिम को सफल बनाने के लिए पुलिस एनजीओ और सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर बच्चों की शिक्षा के महत्व को जनता के बीच प्रचार प्रसार कर रही है.
उन्होंने कहा उत्तराखंड पुलिस सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर कूड़ा बीनते और भीख मांगते बच्चों को रेस्क्यू कर उनका स्कूल में दाखिला करा रही है. इस मुहिम की थीम भिक्षा नहीं शिक्षा दें को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस द्वारा प्रयास किया जा रहा है. पुलिस समय-समय पर निर्धन बच्चों को आवश्यकता का सामान जनमानस के सहयोग से आवंटित करने का काम करती रहती है.