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ऋषिकेश में राफ्टिंग को सुरक्षित बनाएगा ये फैसला, डेंजर जोन पर होगी ये व्यवस्थाएं

SDRF and divers team deployed at danger zone in rishikesh साहसिक खेलों के रूप में रिवर राफ्टिंग का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. ऋषिकेश की गंगा नदी पर रिवर राफ्टिंग दुनिया भर में प्रसिद्ध है. ऐसे में रिवर राफ्टिंग को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस ने कुख खास कदम उठाए हैं.

GANGA RAFTING
गंगा राफ्टिंग
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 15, 2023, 7:38 PM IST

ऋषिकेश में राफ्टिंग को सुरक्षित बनाएगा ये फैसला

देहरादून: दुनियाभर में लोग रिवर राफ्टिंग की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं. भारत में वैसे तो साहसिक खेलों के रूप में कई जगह प्रसिद्ध हैं, लेकिन ऋषिकेश में गंगा नदी में होने वाली राफ्टिंग देश और दुनिया में काफी पॉपुलर है. यहां बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक रिवर राफ्टिंग करने के लिए पहुंचते हैं. इसी को देखते हुए राज्य सरकार भी रिवर राफ्टिंग को प्रमोट कर रही है. इस बार राफ्टिंग संगठन की सलाह पर पर्यटन विभाग और पुलिस विभाग ने इस साहसिक खेल को सुरक्षित बनाने के लिए चुनिंदा पॉइंट्स को डेंजर जोन के रूप में देखते हुए यहां सुरक्षा की व्यवस्था की है.

ऋषिकेश में अलग-अलग पॉइंट्स से रिवर राफ्टिंग करवाई जाती है और इस दौरान ऐसे कई पॉइंट्स भी हैं, जहां से गुजरना काफी खतरनाक रहता है. कौडियाला, मरीन ड्राइव और ब्रह्मपुरी अलग-अलग पॉइंट्स हैं, जहां से रिवर राफ्टिंग करवाई जाती है. कौडियाला से ऋषिकेश के लिए राफ्टिंग करवाई जाती है. जिसमें करीब 5 घंटे लगते हैं और इसमें ऐसे कई बिंदु हैं, जहां कई स्लाइड हैं और ये डेंजर जोन हैं.

ये भी पढ़ें: Champawat River Rafting: चंपावत में तीन दिवसीय एंगलिंग और रिवर राफ्टिंग प्रतियोगिता शुरू, राफ्ट फ्लिफ होने मचा हड़कंप

इसी तरह मरीन ड्राइव का रूट भी करीब 10 किलोमीटर का है. इसमें भी मरीन ड्राइव से शिवपुरी तक राफ्टिंग की जाती है और यह करीब 10 किलोमीटर का रूट है. इसमें भी कुछ खतरनाक स्लाइड मौजूद हैं. इसके अलावा ब्रह्मपुरी में करीब 8 किलोमीटर की राफ्टिंग होती है. जिसमें एक घंटा लगता है और यह ट्रैक सबसे छोटा है. पर्यटन विभाग के साथ मिलकर पुलिस विभाग ने इस पूरे रूट में दो डेंजर जोन चिन्हित किए हैं, जहां पर एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम मौजूद रहेगी. साथ ही वायरलेस की सुविधा भी दी गई है, ताकि आसानी से कम्युनिकेशन करते हुए लोगों को सुरक्षित रखा जा सके.

ये भी पढ़ें: River Rafting: इधर गर्मी बढ़ी उधर ऋषिकेश में लगा पर्यटकों का जमावड़ा, गंगा की लहरों में उठा रहे राफ्टिंग का लुत्फ

ऋषिकेश में राफ्टिंग को सुरक्षित बनाएगा ये फैसला

देहरादून: दुनियाभर में लोग रिवर राफ्टिंग की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं. भारत में वैसे तो साहसिक खेलों के रूप में कई जगह प्रसिद्ध हैं, लेकिन ऋषिकेश में गंगा नदी में होने वाली राफ्टिंग देश और दुनिया में काफी पॉपुलर है. यहां बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक रिवर राफ्टिंग करने के लिए पहुंचते हैं. इसी को देखते हुए राज्य सरकार भी रिवर राफ्टिंग को प्रमोट कर रही है. इस बार राफ्टिंग संगठन की सलाह पर पर्यटन विभाग और पुलिस विभाग ने इस साहसिक खेल को सुरक्षित बनाने के लिए चुनिंदा पॉइंट्स को डेंजर जोन के रूप में देखते हुए यहां सुरक्षा की व्यवस्था की है.

ऋषिकेश में अलग-अलग पॉइंट्स से रिवर राफ्टिंग करवाई जाती है और इस दौरान ऐसे कई पॉइंट्स भी हैं, जहां से गुजरना काफी खतरनाक रहता है. कौडियाला, मरीन ड्राइव और ब्रह्मपुरी अलग-अलग पॉइंट्स हैं, जहां से रिवर राफ्टिंग करवाई जाती है. कौडियाला से ऋषिकेश के लिए राफ्टिंग करवाई जाती है. जिसमें करीब 5 घंटे लगते हैं और इसमें ऐसे कई बिंदु हैं, जहां कई स्लाइड हैं और ये डेंजर जोन हैं.

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इसी तरह मरीन ड्राइव का रूट भी करीब 10 किलोमीटर का है. इसमें भी मरीन ड्राइव से शिवपुरी तक राफ्टिंग की जाती है और यह करीब 10 किलोमीटर का रूट है. इसमें भी कुछ खतरनाक स्लाइड मौजूद हैं. इसके अलावा ब्रह्मपुरी में करीब 8 किलोमीटर की राफ्टिंग होती है. जिसमें एक घंटा लगता है और यह ट्रैक सबसे छोटा है. पर्यटन विभाग के साथ मिलकर पुलिस विभाग ने इस पूरे रूट में दो डेंजर जोन चिन्हित किए हैं, जहां पर एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम मौजूद रहेगी. साथ ही वायरलेस की सुविधा भी दी गई है, ताकि आसानी से कम्युनिकेशन करते हुए लोगों को सुरक्षित रखा जा सके.

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