देहरादूनः थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने अपर बद्रीश कॉलोनी में 3 दिन पहले वृद्ध महिला से की गई चेन लूट का खुलासा किया है. पुलिस ने लूटी गई चेन के साथ दो आरोपी को बद्रीश कॉलोनी मोड़ से गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है. एसएसपी ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार रुपए का इनाम देने के घोषणा की है.
पुलिस के मुताबिक, 3 जुलाई 2023 की शाम को अपर बद्रीश कॉलोनी में एक वृद्ध महिला इवनिंग वॉक पर अपने मोहल्ले की सड़क में घूम रही थी. इसी दौरान एक सफेद रंग की स्कूटी में पीछे से आए दो बदमाश महिला के गले से चेन छीनकर भाग गए. घटना की सूचना पर पहुंची थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने मौका मुआयना कर पीड़िता और आसपास के लोगों से घटना के संबंध में जानकारी ली.
घटना के संबंध में पीड़ित महिला के पति वीरेंद्र सिंह नेगी की तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा पंजीकृत किया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. गठित टीमों ने घटनास्थल के आसपास और आने जाने वाले मार्गों के लगभग 75 सीसीटीवी कैमरों का निरीक्षण किया. इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बद्रीश कॉलोनी मोड़ पर चेन लूट के दोनों आरोपी खड़े हैं. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी अनमोल और विरेंद्र थापा को घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की स्कूटी व लूटी गई चेन से साथ पकड़ा.
ये भी पढ़ेंः ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 13 लाख की ठगी करने वाला अरेस्ट, नाबालिग का रेप कर हत्या करने वाला आरोपी भी पकड़ा गया
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया है कि दोनो आरोपी नशे के आदी हैं. नशे की लत को पूरा करने के लिए महिलाओं से चेन लूट की योजनाएं बनाते हैं. दोनों आरोपी पूर्व में थाना रायपुर से वाहन चोरी की घटना में भी जेल जा चुके हैं. अनमोल साल 2022 में चेन स्नेचिंग की घटना में थाना नेहरू कॉलोनी से जेल जा चुका है.
नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा: उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र में काफी लंबे समय से नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि देहरादून रायपुर क्षेत्र में डोभाल चौक के पास यूथ पावर विजन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से एक कार्यालय खोला गया था, जहां नौकरी दिलाने के नाम पर पहले युवाओं का अपने जाल में फंसाया जाता था, फिर उनसे ठगी की जाती है. ये गिरोह ट्रेनिंग के नाम पर युवाओं से 38 से 51 हजार रुपए तक लेते थे. इस तरह ये गिरोह प्रदेश में कई युवाओं से लाखों रुपए की ठगी कर चुका है.
एसएसपी एसटीएफ अग्रवाल ने बताया कि कंपनी के तीन निदेशक मनीष कुमार, मुकेश कुमार व कुस कुमार इस कार्य को मनी माजरा चंडीगढ़ में संचालित कर रहे है. वही, एसटीएफ ने देहरादून में कमल कंडारी, अंकुश, अपराजिता रमोला, रोहित काटियाल, अमीषा रावत और सुकेश शर्मा सहित कई लोगों पर कार्रवाई की है.