देहरादून: लंबे उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार अब देहरादून में मेट्रो प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने की उम्मीद बढ़ गई है. उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने LRTS (लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम) पर आधारित प्रोजेक्ट की डीपीआर जरूरी संसोधन के बाद तैयार कर ली है. . इस डीपीआर को आचार संहिता हटने के बाद कैबिनेट द्वारा अंतिम स्वीकृति दी जाएगी.
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उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के निदेशक जितेंद्र त्यागी के मुताबिक, देहरादून में मेट्रो की जगह LRTS पहले फेस में दो कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. हालांकि, इससे पहले जो कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान किया गया था, उसमे दो कॉरिडोर विकल्प थे, लेकिन अब उन दोंनो में से एक को अंतिम रूप दिया गया है.
कैसा होगा मेट्रो रूट
- डीपीआर के मुताबिक इस LRTS कॉरिडोर को शुरू में आराघर होते हुए रिस्पना पुल तक बनाया जाएगा और उसके बाद इसे नदी के किनारे होते हुए 6 नंबर पुलिया के जरिए रायपुर तक बढ़ाया जाएगा. मेंटेनेंस डिपो का निर्माण भी यहीं किया जाएगा.
- गलियारा मधुबन होटल से आगे सहारनपुर चौक और नहर रोड से होते हुए आईएसबीटी को मसूरी रोड से जोड़ेगा. मसूरी रोड पर ही मेंटेनेंस डिपो बनाया जाएगा.
बजट कमी के चलते राज्य सरकार ने एलआरटीएस को चुना
पहले सरकार द्वारा देहरादून और हरिद्वार में मेट्रो परियोजना की हामी भरी गई थी. हालांकि, कुछ समय बाद उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा बजट का रोना रोते हुए मेट्रो प्रोजेक्ट की जगह उसके छोटे रूप में कम बजट वाले एलआरटीएस को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू की गई. इसके लिए बकायदा पक्ष विपक्ष के विधायक, मंत्री शासन उच्च अधिकारियों सहित उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के निदेशक द्वारा यूरोप देश का भ्रमण कर वहां एलटीएस और रोप-वे जैसे योजनाओं का जायजा लिया गया.
संदेह के घेरे में रही परियोजना
साल, 2017 की शुरुआत में जब उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन गठन कर दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन के निदेशक पद से रिटायर हुए जितेंद्र त्यागी को उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन एमडी के पद पर बैठाया गया. हालांकि, काफी समय तक इस योजना में प्रगति न होने के चलते निदेशक त्यागी द्वारा राज्य सरकार को इस्तीफा सौंपने की बात भी सामने आई. हालांकि, राज्य सरकार ने उनके इस्तीफे को नामंजूर करते हुए उन्हें आगे कार्य पर प्रगति होने का आश्वासन दिया था.
कैबिनेट बैठक के बाद होगा अंतिम निर्णय
देहरादून से लेकर हरिद्वार समेत ऋषिकेश क्षेत्र तक मेट्रो परियोजना का निर्माण होने की बात सामने आई थी, किन्हीं कारणों की वजह से फिलहाल पहले फेज में देहरादून में दो कोरिडोर निर्माण का ही सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है. ऐसे में लंबी जद्दोजहद के बाद LRTS को धरातल पर उतारने की बात हो रही है.