देहरादून: राजपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले शरद चंद शर्मा ने अपने ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप लगाया है कि वे उनके 12 साल के नाबालिग बेटे का जबरन धर्मांतरण (forcibly converting) करा रहे (forcibly converting twelve-year-old child) हैं. उनकी पत्नी की बीती 24 फरवरी को मौत हो गई थी. शरद चंद शर्मा इस मामले में पहले ही पुलिस और सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा चुके हैं.
शरद चंद शर्मा ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही उनका अपनी पत्नी से कुछ औपचारिक मतभेद हो गया था. इसके बाद वे दोनों अलग रहने लगे थे. शरद चंद शर्मा के मुताबिक पिछले दस साल से उनकी पत्नी अपने मायके में रह रही थी. जब दोनों अलग हुए थे, तो उनके बच्चे की उम्र 2 साल थी. शरद चंद शर्मा के अनुसार उन्होंने अपने बच्चे की कस्टडी भी मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने कस्टडी मां को दी थी. तभी से उनकी पत्नी अपने मायके में रह रही थी. कोर्ट में ही वे अपने बच्चे से मिल पाते थे. लेकिन बीते दिनों 24 फरवरी को उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी को मौत हो गई और उसके मायके वाले उनका अंतिम संस्कार दूसरे धर्म के रीति रिवाज से कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने इसे रोकने भी कोशिश की, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए.
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शरद चंद शर्मा का आरोप है कि अब उनके ससुराल वाले उनके 12 साल के नाबालिग बच्चे का भी जबरन धर्मांतरण कराने जा रहे हैं. इस मामले में शरद चंद शर्मा ने पुलिस से भी शिकायत की है. लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली है. इसके बाद उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में एक शिकायत दर्ज कराई है. वहीं देहरादून एसपी सिटी को भी एक शिकायती पत्र भेजा है. शरद चंद शर्मा की मांग है कि पुलिस उनकी सिर्फ इतनी मदद करे कि किसी भी कीमत पर उनके नाबालिग बेटे का धर्म परिवर्तन (forcibly converting) नहीं किया जाए. इस मामले में पुलिस जल्द कार्रवाई करे.