देहरादून: लोकसभा चुनाव का शंखनाद होते ही प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. वहीं कांग्रेस बीजेपी को हर मोर्चे में घेरने के लिए कमर कस चुकी है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर करने के बाद बैठक का आयोजन किया. जिसमें कांग्रेस के कई नेताओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इस मौके पर सरकार की नाकामी को लेकर जो चार्जसीट राज्यपाल को देने वाली थी बैठक में तय हुआ कि वे अब उसे नहीं सौंपेगी.
गौर हो कि बैठक में चार्जशीट कमेटी बैठक कर आगामी 31 मार्च को रिपोर्ट राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित करेगी. इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की कमियों और नाकामियों को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है राहुल गांधी की रैली भी 16 तारीख को होने वाली है. इसलिए चार्जशीट कमेटी की रिपोर्ट में वक्त लगेगा. उन्होंने कहा कि प्रमाण का स्पष्टीकरण भी होना आवश्यक है, इसलिए बगैर प्रमाण के कोई स्पष्टीकरण देना उचित नहीं है.
समर्पण और विस्तार पूर्वक इस विषय में एक बार फिर मंथन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनावी दौर रहेगा और नॉमिनेशन भी हो जाएगा उसके पश्चात चुनाव से पहले ही राज्यपाल को चार्जशीट सौंपी जाएगी. बता दें कि एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी राज्यपाल को चार्जशीट सौंपने की तैयारी कर रही है, वहीं सौभाग्य योजना से लेकर उज्जवला योजना तक सभी तथ्य को बारीकी से टटोल रही है. कांग्रेस का कहना है कि आरोप लगाने से पहले सभी तथ्यों का बारीकी से अध्ययन कर लिया जाए, उसके बाद ही राज्यपाल को चार्जशीट की रिपोर्ट सौंपी जाएगी.