देहरादून: राजधानी में लगातार कोरोना पैर पसार रहा है. ऐसे में जरूरतमंदों की मदद पुलिस प्रशासन और कई संस्थाएं कर रही हैं. अब सिटी बस यूनियन भी जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आई है.
सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष ने आरटीओ देहरादून से बात कर कोरोना महामारी के दौरान सहयोग करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है. यूनियन के कई सदस्यों ने अपनी बसों को परिवहन विभाग देहरादून को देने की बात कही है. जिससे विभाग बसों को इमरजेंसी सेवाओं में लगा सकते हैं. चाहे वह एंबुलेंस सेवा के रूप में हो या फिर कोरोना वॉरियर्स के आवागमन के लिए. इसके अलावा इमरजेंसी में बसों को आइसोलेशन वार्ड में भी परिवर्तित किया जा सकता है.
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सिटी बस यूनियन के सदस्य और मालिक, जिनमें अनुज गोयल, मनमोहन बिष्ट, पंकज गुप्ता, अनुज चंदेल और विजय वर्धन डंडरियाल द्वारा अपनी बसों को परिवहन विभाग देहरादून को देने की बात कही है. कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए इस संबंध में आरटीओ से बस यूनियन के सदस्यों ने कहा कि आरटीओ चाहें तो अपने स्तर से बसों को इमरजेंसी सेवाओं में लगा सकते हैं. चाहे इमरजेंसी आइसोलेशन वार्ड में वाहन को परिवर्तित करना हो इसके लिए भी मोटर मालिक तैयार हैं. लेकिन चालक और डीजल शासन का होगा. बस मालिक अपनी बसों को सरकार को फ्री में देने को को तैयार हैं.
सिटी बस यूनियन अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि जब तक कोविड-19 का प्रकोप कम ना हो जाए, सरकार हमारी बसों को जिस रूप में चाहे अधिग्रहण करे. उसी रूप में हम वापस अपनी बसों को चाहेंगे. साथ ही यदि आरटीओ देहरादून के स्तर से और भी सिटी बस वाहनों की जरूरत पड़ेगी तो और मालिकों से भी वार्ता कर बसों को दिया जाएगा. आपदा की इस घड़ी में देहरादून महानगर सिटी बस सेवा महासंघ सरकार के साथ खड़ा है.